नई दिल्ली : कल जहां राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस के मौकर पर सारा देश देशभक्ति के रंग में डूबा रहेगा वहीं दारुल उलूम देवबंद भारत माता की जय या वंदे मातरम का गान नहीं करेगा. हालांकि बताया गया है कि इस दौरान देवबन्द के मदरसों में झंडा फहराया जाएगा मिठाई बांटी जाएंगी और जो आजादी के समय शहीद हुए हैं उन्हें याद किया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, इस दौरान देवबन्द के मदरसों में युवाओं को बताया जाएगा कि देश के लिए किस तरह से कुर्बानी देनी चाहिए. भारत माता की जय या वंदे मातरम का गान न कर देवबन्द के मदरसों में हिंदुस्तान जिंदाबाद का नारा भी लगाया जाएगा.
भारत माता की जय और वंदे मातरम पर देवबंद के उलेमा का जवाब कुछ तीखा रहा. देवबंदी उलेमा मुफ्ती तारीक कासमी ने बताया कि 'इस्लाम में अल्लाह के सिवा किसी और की इबादत नहीं की जाती. भारत माता की जय में एक मूर्ति का रूप है, इसलिए भारत माता की जयकार नहीं कर सकते है, फिर चाहे वो मुसलमान मदरसे के पढ़ने वाले छात्र हो, चाहे कोई भी अन्य व्यक्ति ही क्यों ना हो. उन्होंने यह भी कहा कि क्या हिंदुस्तान की देश भक्ति वंदे मातरम से ही जाहिर होती है? हिंदुस्तान जिंदाबाद का मतलब है हिंदुस्तान की देशभक्ति.
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