डैम किनारे मगरमच्छ और घड़ियालों ने लगाया डेरा
डैम किनारे मगरमच्छ और घड़ियालों ने लगाया डेरा
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भोपाल/ब्यूरो: भारी बरसात के चलते कलियासोत डैम किनारे मगरमच्छ और घड़ियालों के हमले का खतरा बढ़ गया है। डैम में लगभग 21 से ज्यादा मगरमच्छ है। दो साल के भीतर उनके हमले के कई मामले सामने आ चुके हैं।बीती रात दो मगरमच्छ गेट नंबर-13 के पास देखे गए थे। कुछ दूर पर ही लोग मछली पकड़ रहे थे। आपको बता दे की गेट बंद होते ही लोग मछली पकड़ने और पार्टी करने पहुंच रहे हैं। इन लोगों में बच्चों से लेकर महिलाएं भी शामिल है। 

जैसे ही मगरमच्छ होने की खबर नगर निगम की टीम को मिली तुरंत ही टीम मौके पर पहुंची और लोगों को खदेड़ा। डैम में 21 से ज्यादा मगरमच्छ है। बारिश के चलते  डैम किनारों पर दिन-रात लोग मछली पकड़ने के साथ साथ  पार्टी भी कर रहे हैं। जरा सी चूक होने पर मगरमच्छ और घड़ियाल हमला कर सकते हैं। बावजूद लोग नहीं मानते। इसी बीच किनारों पर घड़ियाल देखने जाने से चिंता बढ़ गई है। कोलार फायर ऑफिसर पंकज खरे ने बताया, डैम किनारे लगातार सर्चिंग कर रहे हैं और लोगों को समझा रहे कि वे पानी में न उतरे। कलियासोत डैम में 21 और केरवा डैम में 1 मगरमच्छ मिला था। इनमें 9 वयस्क थे। मगरमच्छों की लंबाई 3 से 9 फीट है। इसके बाद नाइट सर्वे हुआ। जिसमें इनकी संख्या बढ़ गई थी, क्योंकि जून-जुलाई में प्रजनन के समय मादा मगरमच्छ-घड़ियाल ने अंडे भी दिए थे। अब फिर सर्वे होगा और उसमें संख्या की तस्वीर साफ होगी।

वन विभाग के एसडीओ आरएस भदौरिया ने बताया, डैम में मगरमच्छ और घड़ियाल दोनों है। लोगों को किनारों से दूर रहने की समझाईश दी जा रही है। फायर ऑफिसर खरे के अनुसार डैम के गेट बंद होने के बाद बड़ी संख्या में लोग मछली पकड़ने पहुंच गए। इसी दौरान गेट नंबर-13 पर मगरमच्छ दिखाई दिए। तुरंत मौके पर पहुंचे और लोगों को हटाया। बता दें कि गेट बंद होने के बाद बड़ी संख्या में मछलियां तैरती हुई मिलती हैं। इसलिए लोग मछली पकड़ने के लिए पानी में उतर जाते हैं।

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