कोलकाता: राजनीति के क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से नागरिकता संशोधन बिल एवं राष्ट्रीय नागरिक पंजी को लेकर भाजपा एवं बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस आमने-सामने हैं. इसे लेकर दोनों तरफ से प्रतिक्रियाएं जारी हैं. जंहा इसी बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी की तुलना हिटलर के रूप की जानी लगी है.
हम आपको बता दें कि भजपा अध्यक्ष घोष ने यह भी कहा है कि ममता बनर्जी हिटलर की तरह बर्ताव कर रही हैं. लेकिन एक मुख्यमंत्री होकर वह एक कानून को नहीं लागू होने देने के लिए शपथ ले रही हैं. उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्विट कर ममता बनर्जी की तुलना रोम के सम्राट नीरो से की थी. जंहा उन्होंने कहा था कि राज्य में हिंसा फैल रही है जबकि मुख्यमंत्री का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. विजयवर्गीय के बाद अब दिलीप घोष ने ममता की तुलना हिटलर से कर डाली है. उन्होंने मुख्यमंत्री राष्ट्रविरोधी मानसिकता का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि, स्कूली बच्चों में राष्ट्रविरोधी मानसिकता फैलाई जा रही है. तोड़फोड़ की संस्कृति ममता बनर्जी ने आयात की है. ममता के दल के नेताओं ने विधानसभा में तोड़फोड़ की थी.
रिपोर्ट का कहना है कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन करने वालों के अधूरे काम को पूरा करने के लिए अब मुख्यमंत्री रास्ते पर उतरीं हैं, लेकिन उनके साथ कोई नहीं हैं. उनकी पार्टी के कार्यकर्ता भी उनका साथ नहीं दे रहे हैं. जंहा उनकी रैली में भीड़ कम हो रही है. वहीं 100 दिन रोजगार योजना के तहत काम करने वाले मजदूरों को ममता की रैली में जबरन शामिल किया गया. जनता वास्तविकता समझती है. लोग नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन किया जाना चाहिए.
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