शाजापुर: मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और आर्थिक कल्याण योजना दो योजनाओं में लक्ष्य पूरा करने की हड़बड़ी में जिले के अंत्यावसायी विभाग ने सरकार को फर्जी रिपोर्ट भेज दी. विभाग ने लोन बांटा ही नहीं और शासन को बता दिया कि लोन मंजूर हो गया. इसकी सच्चाई तब पता चली, जब मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने संबंधितों को बधाई संदेश भेजे|
जांच में पता चला की तत्कालीन कार्यपालन यंत्री केआर रायकवार (अब सेवानिवृत्त) दोषी निकले, जिनके विरुद्ध अब एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी है. 24 फरवरी-16 को कार्यपालन अधिकारी रायकवार ने ई-मेल के जरिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के 174 और मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना में 90 हितग्राहियों की सूची दी इन्ही के आधार पर मुख्यमंत्री ने संबंधित हितग्राहियों को बधाई संदेश भेजे तो पता चला कि दोनों योजनाओं में 95 के प्रकरण बैंकों ने स्वीकृत नहीं किए इसकी सच्चाई वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए पता चली|
इन 95 प्रकरणों में फर्जीवाड़ा मामले के खुलासे के बाद स्थानीय अफसर ऋण कार्यवाही पूरी करनेे में लगे हैं. अब तक ज्यादातर के प्रकरण बैंकों में भेजे जा चुके हैं. इस मामले में तत्कालीन अधिकारी रायकवार ने बताया कि अधीनस्थों ने मुझे जो रिपोर्ट दी, वही मैंने भोपाल भेजी थी. मामले में मेरा पक्ष नहीं सुना गया. एकतरफा कार्यवाही की जा रही है, कलेक्टर राजीव शर्मा ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं।