भोपाल: नए कृषि कानून को लेकर इन दिनों देशभर में हलचल फैली हुई है। बीते काफी दिनों से किसान दिल्ली में डटे हुए है और नए कृषि कानून को वापस लेने की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। इस दौरान कई विपक्षी दल भी किसानों का समर्थन कर रहे है। अब इसी बीच MP के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर से कृषि कानून को किसान हितैषी बताया है। उन्होंने होशंगाबाद जिले का एक उदाहरण दिया है।
नए कृषि कानून किसानों के हित में हैं, इसका उदाहरण है यह मामला।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 12, 2020
होशंगाबाद में फॉर्च्यून राइस लि. अनुबंध होने के बावजूद किसानों से धान नहीं खरीद रही थी।
SDM कोर्ट ने तत्परता दिखाते हुए कंपनी को रु. 3000 क्विंटल की दर से धान खरीदी का आदेश दिया है।
प्रशासन की पूरी टीम को बधाई। pic.twitter.com/XZ3wGIZ0xJ
एक ट्वीट कर उन्होंने लिखा है, 'अन्नदाता के हितों की रक्षा ही नये कृषि कानून का ध्येय है। मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि होशंगाबाद के किसानों को इस कानून के कारण 24 घंटे के भीतर न्याय मिला है। दिल्ली की कंपनी फॉर्चून राइस लि। ने होशंगाबाद के किसान बंधुओं से बाजार के उच्च मूल्य पर धान खरीदी का 3 जून को अनुबंध किया था और लगातार खरीदी भी की जा रही थी। परंतु धान की कीमत 3 हजार रुपये प्रति क्विंटल होने पर कंपनी ने खरीदी बंद कर किसानों से संपर्क पूरी तरह से समाप्त कर दिया।' इसी के साथ आगे अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि 'जिला प्रशासन ने उक्त प्रकरण की जानकारी प्राप्त होने पर तत्परतापूर्वक कार्रवाई की। न्यायालय अनुविभागीय दंडाधिकारी पिपरिया ने समन जारी कर फॉर्चून राइस लिमिटेड के अधिकृत प्रतिनिधि को 24 घंटे के भीतर जवाब प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।'
मैं विपक्षी दलों के नेताओं से यह कहना चाहता हूँ कि अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंकने के लिए भोले-भाले किसानों का इस्तेमाल न करें।#NDA सरकार ने जो कृषि कानून बनाए हैं, उनसे किसानों को लाभ ही होगा और यदि कोई गड़बड़ करता है, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।https://t.co/Yk2ZohKZfS
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 12, 2020
इसी के साथ आगे सीएम शिवराज ने अपनी ख़ुशी को जाहिर करते हुए कहा कि 'एसडीएम कोर्ट द्वारा जारी समन पर कंपनी के डायरेक्टर श्री अजय भलोटिया हाजिर हुए और उन्होंने कॉन्शुलेशन बोर्ड के समक्ष 9 दिसंबर के उच्चतम दर पर धान क्रय करना स्वीकार किया। मुझे प्रसन्नता है कि भौखेड़ी के कृषक पुष्पराज और ब्रजेश पटेल के साथ अनेक किसान बंधुओं को न्याय मिला।' वैसे हम आप सभी को बता दें कि किसानों का आंदोलन काफी समय से चल रहा है और वह अपनी मांगों से पीछे नहीं हट रहे हैं।
काले धंधे को नेस्तनाबूद किया जाएगा: शिवराज सिंह चौहान
MP: बालाघाट में हुई पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ दो नक्सलियों की मौत