भोपाल: मध्यप्रदेश में अब कोरोना संक्रमण का कहर अब कम होने लगा है. ऐसे में आज यानी 28 मई को स्वतंत्रता सैनानी विनायक दामोदर सावरकर की जयंती मनाई जा रही है. इस ख़ास अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें कोटि कोटि नमन किया है। जी दरअसल उन्होंने ट्वीट कर विनायक दामोदर सावरकर की जयंती पर उन्हें नमन किया है. ट्वीट में वह लिखते हैं, ''मां भारती के सच्चे सपूत, स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर जी की जयंती पर उनके चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम! 'मातृभूमि के लिए जीना और मर जाना ही जीवन की सार्थकता है।'
"... कालेपानी का कालकूट पीकर,
काल से
कराल स्तभों को झकझोर कर,
मैं बार-बार लौट आया हूँ,
और फिर भी मैं जीवित हूँ।
हारी मृत्यु है, मैं नहीं...":वीर सावरकर
सेल्युलर जेल के अंधेरों को परास्त कर देने वाले वीर सपूत के साहस और वीरता पर सच्चे भारतीयों को युगों-युगों तक गर्व रहेगा। pic.twitter.com/mKMoXSXpIx
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 28, 2021
का उनका वीरोचित मंत्र भावी पीढ़ियों को राष्ट्र उत्थान एवं सेवा के लिए सदैव प्रेरित करता रहेगा। कालेपानी का कालकूट पीकर, काल से कराल स्तभों को झकझोर कर, मैं बार-बार लौट आया हूँ, और फिर भी मैं जीवित हूँ। हारी मृत्यु है, मैं नहीं":वीर सावरकर सेल्युलर जेल के अंधेरों को परास्त कर देने वाले वीर सपूत के साहस और वीरता पर सच्चे भारतीयों को युगों-युगों तक गर्व रहेगा।''
आप सभी को हम यह भी बता दें कि 28 मई 1883 को विनायक दामोदर सावरकर का जन्म मुंबई में हुआ था. वह क्रांतिकारी होने के साथ-साथ लेखक, वकील और हिंदुत्व की विचारधारा के बड़े समर्थक थे. कहा जाता है स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अंग्रेजों ने सावरकर को कालापानी की सजा दी थी। उनका निधन साल 1966 में 26 फरवरी को हुआ था। आप सभी को हम यह भी बताते चलें कि, भारत की मुक्ति के लिए अपने प्राणों की परवाह न करने वाले सावरकर 10 मई, 1910 को लंदन के विक्टोरिया स्टेशन पर बंदी बनाए गए, उन पर ब्रिटिश सरकार ने अनेक अभियोग लगाए।
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