बैंगलोर: कर्नाटक में मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में अंतरकलह जारी है. मंत्रिमंडल विस्तार के खिलाफ कई विधायक बगावती तेवर अपना चुके हैं. विधायकों की बगावत पर पहली बार सीएम बीएस येदियुरप्पा ने चुप्पी तोड़ी है. उनका कहना है कि जिन विधायकों को शिकायत है, वो पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के सामने मामले को उठाए.
अपने करीबियों को मंत्री बनाने के आरोप पर सीएम येदियुरप्पा ने कहा कि मैं आरोप लगा रहे सभी विधायकों से आग्रह करता हूं, वो पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के सामने अपनी बात रखें, उन्हें कोई नहीं रोक रहा है. यहां और वहां प्रतिक्रिया देना सही नहीं है, यह पार्टी फोरम में अच्छा नहीं होगा, कोई भ्रम न पैदा करें. सीएम येदियुरप्पा ने कहा कि हमने कैबिनेट का विस्तार किया. हमारे पार्टी आलाकमान के निर्देशों के मुताबिक, हमने एक पद रिक्त रखा है. मैंने देखा है कि कुछ MLA आरोप लगा रहे हैं कि उन्हें मंत्री पद नहीं मिला. मैंने सीमाओं के बाद भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. कुछ लोगों ने बेबुनियाद इल्जाम लगाए हैं.
सीएम येदियुरप्पा ने आगे कहा कि कैबिनेट विस्तार को लेकर तक़रीबन 10-12 विधायकों ने अपनी नाराजगी जताई है. यदि वे वास्तव में निराश हैं, तो उन्हें पार्टी आलाकमान के समक्ष अपनी बात को रखनी चाहिए. उनके लिए मीडिया में ये बयान देना और भ्रम पैदा करना और असंतोष दिखाना उचित नहीं होगा. ये बयान पार्टी की विचारधाराओं के विरुद्ध है.
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