बीजिंग। संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार जेल में बंद चीनी कार्यकर्ताओं की रिहाई का आज चीन ने कड़ा विरोध किया है। चीन का कहना है कि यह हमारे आपसी मामलों में दखल देने जैसा है। चीन को लगता है कि ऐसा करके यूएनएचएसी उसके घरेलू मामलों में दखल देने के साथ ही उसकी न्यायिक संप्रभुता में भी दखलअंदाजी कर रहा है।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, संरा के मानवाधिकार विशेषज्ञों ने मानवाधिकार के लिए काम करने वाले जेल में बंद कार्यकर्ता यांग माओदोंग की भूख हड़ताल के कारण बिगड़ती हालत को लेकर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने चीनी अधिकारियों से उन्हें को रिहा करने की मांग की थी।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग का कहना है कि यह चीन के अंदरुनी मामलों में दखल देने जैसा है, जिसका चीन कड़ा विरोध करता है। उनका कहना है कि सरां के अधिकारियों ने गलत जानकारी देते हुए गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी की है। चीन ने सरां के एक्सपर्ट्स को निष्पक्ष होकर काम करने की सलाह दी है।
हुआ ने कहा कि जानकारी के अनुसार, माओदोंग की सेहत बिल्कुल ठीक है। ह्यूमन राइट्स के खिलाफ आवाज उठाने के कारण यांग को बीते साल नवंबर में चीन की एक अदालत ने छह साल की सजा सुनाई थी।