बीजिंग : अपनी चीन यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चीनी नागरिकों को ई-वीजा देने के फैसले का स्वागत तो किया लेकिन चीन ने इस पर कोई स्पष्ट वायदा नहीं किया। चीन ने कहा कि वह अपने कानून के उलंघन किये बिना ही उसके दायरे में रह कर दोनों देशों की जनता के बीच सीधा संपर्क आसान बनाने के लिए भारत के साथ सहयोग की इच्छुक है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हांग ली ने सवदाताओ के साथ बातचीत में कहा, अपनी यात्रा के दौरान मोदी ने चीन के पर्यटकों को ई-वीजा जारी करने की घोषणा की।
हम इस कदम का स्वागत करते हैं। लेकिन जब सवाल उठा कि चीन भी भारत के लिए ऎसी कोई सुविधा देने को तैयार है। इस पर उन्होंने कहा कि चीन अपने नियम-कानून के तहत भारत के साथ संयुक्त प्रयास करने का इच्छुक है ताकि भारत और चीन की जनता के बीच संपर्क बनाने में आसानी हो। पीएम मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान 15 मई को चीन के लिए ई-वीजा की घोषणा की थी।
भारत का गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियां इस प्रकार की सुविधा के दुरपयोग के खतरे को देखते हुए इसके विरोध में थीं जबकि विदेश मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय इसके लिए जोर दे रहे थे। भारत ई-वीजा के जरिए चीनी पर्यटकों को आकर्षित करने की कोशिश में हैं क्योंकि चीनी पर्यटक भारत के अलावा विदेशों में ज्यादा जाते हैं। उम्मीद है कि ई-वीजा से वे भारत की ओर अधिक आकर्षित होंगे।