रायपुर: कोरोना के प्रकोप के बीच शराबियों का जीन मुश्किल हो गया है। कई मामले ऐसे भी तालाबंदी के दौरान आए हैं जहां शराब ना मिलने की वजह से कुछ लोगों ने आत्महत्या ही कर ली। केरल और कर्नाटक में इस तरह की घटनाएं हुई है। इकॉनमी और लोगों की शराब की प्यास देखते हुए सरकार ने फैसला लिया है कि लॉक डाउन में शराब की दुकाने खोल दी जाए। ये आदेश मिलते ही शराब कारोबारियों ने फ़ौरन दुकाने खोल दी।
तभी शराबी सुबह सुबह ही दुकानों पर पहुंच गए मगर सरकार द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों का पालन नहीं करने पर दुकाने बंद करा दी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सरकार शराब की घर पहुँच सेवा शुरू कर दी है। छत्तीसगढ़ सरकार ने शराब की 'होम डिलीवरी' शुरू की है। जानकारी के लिए बता दें कि 'होम डिलीवरी' के लिए प्लेसमेंट एजेंसियों से 'डिलीवरी ब्वॉय' की भी नियुक्ति करने के आदेश जारी कर दिए गये हैं।
आपको बता दें कि राज्य के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने बताया है कि कोरोना की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बहुत आवश्यक है। इसलिये हमने शराब की घर पहुंचाने की सेवा दी। ताकी सोशल डिस्टेंसिंग का ठीक से पालन हो। कवासी लखमा ने कहा कि ग्राहक अपनी पसंद की शराब का आर्डर फोन के जरिए कर सकते हैं। सरकार न्यूनतम डिलीवरी शुल्क लेकर उनके घर तक शराब पहुंचाने का कार्य करेगी। फैसले के अनुसार सुबह आठ बजे से शाम 7 बजे तक शराब की बिक्री होगी.
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