नहर के पानी ने मचाई  , पुरे गांव में दहशत: पलारी
नहर के पानी ने मचाई , पुरे गांव में दहशत: पलारी
Share:

पलारी। विकासखंड पलारी के अंतिम छोर के ग्राम छिराही के लोग शनिवार रात को गहरी नींद में थे। अचानक नींद खुली तो देखा कि घर के हल्के सामान तैर रहे थे। मारे दहशत के उठकर घर के अन्य सदस्यों को जगाया और देखा तो पूरे घर का यही हाल था। दरअसल गांव की सरहद से गुजरने वाली बलौदाबाजार मुख्य नहर फूट जाने से नहर का पानी तेजी से गांव के घरों में घुसने लगा।

शनिवार तड़के 3.30 बजे नींद में सो रहे ग्रामीण अचानक घरों में घुसे पानी से दहशत में आ गए तथा आपाधापी में अपने आप को बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। गांव की गलियों में तीन से चार फीट पानी घुसने से लोगों के राशन, बिस्तर, खाद बीज को नुकसान पहुंचा तो वहीं इस पानी से गांव के बहुत सारे खेत मलबों से पट गए। समाचार लिखे जाने तक सैकड़ों एकड़ खेत पानी में डूबा था जबकि सिंचाई विभाग को घटना की जानकारी सुबह 7 बजे हो गई थी उसके बाद तत्काल नहर को बंद किया गया।

मगर 38 किलोमीटर दूर से आ रहे पानी खत्म नहीं हुआ है। अभी भी गांव की गलियों मे 2 फीट पानी चल रहा है। लोगों का पूरा दिन अस्त-व्यस्त रहा। जबकि विभाग नहर के पानी खत्म होने का इंतजार कर रहा है। वहीं ग्रामीणों ने विभाग की लापरवाही को कोसते हुए जल्द से जल्द नहर को ठीक करने की मांग की है।

ज्ञात हो कि बलौदाबाजार शाखा नहर में नहर लाइनिंग का कार्य चल रहा है जिसका ठेका एपी निर्माण एजेंसी को मिला है। एजेंसी ने ब्रांच केनल में पुल निर्माण 15 दिन पहले किया था। पुल निर्माण में लगे सेंटरिंग में बह कर आया बबूल का पेड़ फंस जाने के कारण वहां कचरा जाम होने से पानी का दबाव किनारों पर बढ़ जाने से नहर फूट गया। निर्माण एजेंसी की लापरवाही के चलते आज तक बीबीसी नहर का काम पूरा नहीं हो पाया है। ठेकेदार राजेश अग्रवाल का इस नहर में 2 ग्रुप का ठेका है जो जगह- जगह काम अधूरा छोड़ रखा है।

एजेंसी के सारे निर्माण अधूरे

निर्माण एजेंसी को चुचरुंगपुर, बरडीह, बुड़ेरा, छिराही में पुल निर्माण करना था मगर उसकी लापरवाही के चलते आज भी काम अधूरे हैं। कुछ दिन पहले ही बरडीह का पुल निर्माण कराया गया तब जाकर बलौदाबाजार शाखा नहर में पानी उपलब्ध कराया जा रहा है जिसमें भी छिराही के पास निर्माणाधीन पुल के चलते नहर फूट गया जिसका दुष्परिणाम ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। क्षति का आकलन करने में अभी वक्त लगेगा क्योंकि जब तक गांव और खेत का पानी पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता।

अधिकारियों ने कहा- दैवीय प्रकोप से फूटा नहर

जब 'नईदुनिया' के संवाददाता स्थल पर पहुंचे और नहर की फोटो ग्राफी कर रहे थे तब वहां उपस्थित अधिकारी ने उसे फोटो खींचने से मना करते हुए कहा कि ग्रामीणों की गलती के कारण यह नहर फूटा है और उसने इसे दैवी प्रकोप बताया। जब संवाददाता ने उस अधिकारी से परिचय पूछा तो उसने अपना नाम बताने से मना कर दिया।

20-25 घरों में घुसा पानी

सरपंच प्रेमलाल वर्मा ने बताया कि गांव के 20 से 25 घरों में पानी घुस गया था और अभी भी सतनामी मोहल्ले की गलियों में 2 फीट पानी चल रहा है। नहर विभाग को सूचना देने के बाद भी वे अभी तक नहर के पानी को नहीं रोक पाया।

खेत तबाह, घर के सामान को नुकसान

ग्राम के केशव निषाद ने बताया कि उसके 4 एकड़ खेत की फसल पानी पूरी तरह तबाह हो गई है। उसकी 10 मुर्गी पानी में बह गई साथ ही घर में रखे 10 बोरी यूरिया खाद पानी में घुल गई। भरत लाल यादव ने बताया कि उसके खलिहाल में रखा पूरा पैरावट पानी मे बह गया। बाढ़ से प्रभावितों में सोनसाय, भानमती, दिलीप भारद्वाज, भरत लाल यादव, शिवकुमारी, मंटोराबाई कुर्रे, राम नारायण, अमरू डहरिया, बलदेव मिरी, मंगलू मिरी सहित अनेक लोग हैं।

इनका कहना है

सूचना के तत्काल बाद नहर में पानी को बंद कर दिया गया है जो धीरे धीरे कम हो रहा है। जैसे ही नहर का पानी कम होगा हम लोग तत्काल डेढ़ से 2 घंटे में नहर को बांध देंगे। हमारी पूरी तैयारी हो चुकी है।

Share:
रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
Most Popular
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -