हिंदी फिल्मों में भी दोस्ती की कई फिल्मे बनी है , जो की पवित्र बंधन है, इन किरदारों को दो अभिनेताओं के द्वारा निभाया गया है। वह शोले के जय-वीरू हो या दिल चाहता है के तीन तिकड़ी हो। हर जगह दोस्ती को ख़ास ही बताया गया है।
आइए हम कुछ फिल्मो के बारे में आपको बताते है जिनमे दोस्ती बहुत ही ख़ास अंदाज में बताई गयी है।
1. नवाब चंद और पवन बजरंगी भाईजान में- एक छोटे बच्चे और अच्छे इरादों के साथ एक आदमी 'प्रतिद्वंद्वी' कांटेदार तार सीमा से देश में प्रवेश करता है, और बाद में उसकी मदद रिपोर्टर नवाब चाँद (नवाजुद्दीन सिदद्दीकी) के द्वारा की जाती है जो की पवन (सलमान खान ) का दोस्त बन जाता है और अपनी दोस्ती बखूबी निभाता है।
2. पी और जग्गू 'पीके' / कोई मिल गया रोहित और जादू- यह दोस्ती एक मानव और एक ऐसे इंसान के दरम्यान बताई है जिनके बारे में कल्पना भी नहीं की जा सकती। लेकिन फिर भी दोस्ती बखूबी निभाई गयी है।
3. जय और अली धूम में- एक छोटा सा चोर और एक पुलिस इंस्पेक्टर जय अली एक साथ काम कर लुटेरों और बाद में प्रेम संबंधों से नफरत के एक गिरोह को ख़तम करने के लिए अंत दोस्त बन जाते है।
4. श्याम,राजू और बाबूराव हेरा फेरी में- यह दोस्ती एक मकान मालिक (परेश रावल) और उसके दो जवान किरायेदारों (अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी) के बीच 'हेरा फेरी ' में देखने को मिलती है जिसने लोगो को गुदगुदा कर रख दिया।
5. राजू रस्तोगी, फरहान कुरैशी, रणछोड़दास चांचड़ थ्री इडियट्स में- इस फिल्म में थीं ये तीन दोस्त जब आपस में मिलते है तो इतनी ज्यादा मस्ती करते है जिनकी हद न हो इन्हें कल की कोई फ़िक्र ही नहीं होती बस अपना आज जीते है। इस फिल्म में दोस्ती के मायने समझे गए है की एक दोस्त दूसरे दोस्त के लिए क्या होता है और वह वक्त आने पर क्या कर सकता है। यह फिल्म दोस्ती के मामले में बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रह चुकी है।