रेल की पटरियों से कोयला बीनना, गिलास धोना ऐसा रहा ओमपुरी का सफर, जाने उनके कुछ और भी राज चुनिंदा फोटो के साथ.....
रेल की पटरियों से कोयला बीनना, गिलास धोना ऐसा रहा ओमपुरी का सफर, जाने उनके कुछ और भी राज चुनिंदा फोटो के साथ.....
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बॉलीवुड का एक होनहार अभिनेता ओम पुरी जो की अब इस दुनिया में नही रहा है. यह बात को अभी तक कोई भी सच नही मान रहा है की एक अच्छा खासा कलाकार भला कैसे मर सकता है. परन्तु यह सत्य है. अभिनेता ओम पुरी का शुक्रवार की सुबह को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 66 साल के थे। हालांकि, अभी साफ नहीं है कि उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई है या सिर पर चोट लगने से। बताया जा रहा है कि देर रात जब वे पानी पीने उठे थे, तभी गिर गए थे। जिससे उन्हें सिर पर चोट लगी। उनकी बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया गया है। बता दें कि उन्होंने 100 से ज्यादा हिंदी और 20 हॉलीवुड मूवी में काम किया था। आज हम ओम पुरी के जीवन से जुड़े ऐसे ही कुछ रोचक तथ्य व उनके चुनिंदा फोटो आपके लिए लेकर आए है.....  

बॉलीवुड में काफी लंबा रहा ओम पुरी का करियर

- ओम पुरी का जन्म 18 अक्टूबर, 1950 को अंबाला में एक पंजाबी परिवार में हुआ था।
- ओम पुरी ने बचपन से काफी स्ट्रगल किया। 
- जब वे पांच साल के थे तो रेल की पटरियों से कोयला बीनकर लाया करते थे।
- सरकारी स्कूल से पढ़ाई कर वे कॉलेज पहुंचे। हालांकि इस दौरान वे कई छोटी-मोटी नौकरियां करते रहे।
- एनएसडी के बाद एफटीआईआई से एक्टिंग का कोर्स करने के बाद ओम ने मुंबई का रुख किया और धीरे-धीरे फिल्मों में अपनी जगह बनाई। 
- आर्ट फिल्मों से टेलीविजन, कमर्शियल सिनेमा और हॉलीवुड की फिल्मों तक का सफर तय करके उन्होंने जबरदस्त कामयाबी पाई।

कौन थे ओम पुरी?
- जब वे 7 साल के थे, तो एक दुकान पर गिलास धोने का काम करने लगे। 
- हिंदी फिल्मों के अलावा पाकिस्तान और हॉलीवुड की फिल्मों में काम किया।
- पुरी ने पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) से ग्रेजुएशन किया। 
- उन्होंने दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) से भी पढ़ाई की। यहां नसीरुद्दीन शाह उनके क्लासमेट थे।
- उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने ननिहाल पंजाब के पटियाला से पूरी की। 1976 में पुणे के FTII से ट्रेनिंग ली थी।
- बाद में ओमपुरी ने अपने निजी थिएटर ग्रुप "मजमा" को बनाया था।
-अभी फ़िलहाल ओमपुरी सलमान खान के साथ में अपनी आगामी फिल्म 'ट्यूबलाइट' में भी काम कर रहे थे.

मिले कई फिल्म अवार्ड
- गोधूलि, भूमिका, भूख, शायद, सांच को आंच नहीं जैसी अनेक फिल्मों में अभिनय किया लेकिन इससे उन्हें कोई खास फायदा नहीं मिला, पर 1980 में रिलीज फिल्म "आक्रोश" इनके सिनेमा करियर की पहली हिट फिल्म साबित हुई। 
- ओमपुरी को अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किए गया। फिल्म "अर्धसत्य" एक ऐसी फिल्म थी, जो ओमपुरी के सिनेमा करियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में गिनी जाती है। फिल्म में ओमपुरी ने एक पुलिस इंस्पेक्टर की भूमिका निभाई थी। 
- हिंदी फिल्मों के अलावा ओमपुरी ने पंजाबी और दूसरी भाषाओं की फिल्मों में भी अपनी कला को दिखाया है व एक अच्छे अभिनेता के रूप में अभिनय किया है।
नव्बे के दशक में ओमपुरी ने छोटे पर्दे की ओर भी अपना रुझान दिखाया है। सिनेमा जगत में अपना एक बहुत ही अच्छा योगदान देने के कारण 1990 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। 
- 4 दशक लंबे सिनेमा करियर में लगभग 200 फिल्मों में अभिनय किया। ओमपुरी ने अपने जीवन मे अनेक समस्याओं का सामना करते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहे पर कभी हार नहीं मानीं और अपनी मंजिल तक पहुंच ही गए।

 

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