जननायक जनता पार्टी के साथ मिलकर भाजपा दिल्ली जीतने का प्लान तैयार कर रही है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी ताकत बढ़ाने के लिए भाजपा बड़ा गेम खेलने के लिए तैयार है.भाजपा और जजपा में गठबंधन की अटकलों के बीच दुष्यंत चौटाला को सिर्फ दो सीटों पर चुनाव लडऩे की पेशकश की गई है. भाजपा नेतृत्व ने दुष्यंत चौटाला के सामने प्रस्ताव रखा है कि वह अपनी पसंद के चार उम्मीदवार भाजपा को दे दें, जिन्हें दिल्ली में भाजपा के टिकट पर चुनावी रण में उतारा जा सकता है.
भाजपा नेतृत्व की इस पेशकश पर हरियाणा की भाजपा सरकार में सहयोगी जजपा संयोजक दुष्यंत चौटाला ने अपनी राय नहीं दी है. हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने आज दिल्ली में प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में दिल्ली विधानसभा चुनाव की रणनीति को अंतिम रूप प्रदान किया जा सकता है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ ही भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ दुष्यंत की लगातार बातचीत हो रही है. भाजपा और जजपा चाहते हैं कि दिल्ली का विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा जाए. हालांकि हरियाणा व दिल्ली के कुछ नेता इस गठबंधन के हक में नहीं हैं, लेकिन धरातल पर हुए सर्वे ने भाजपा व जजपा को मिलकर चुनाव लडऩे के लिए मजबूर कर दिया है.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जजपा संयोजक दुष्यंत चौटाला ने सर्वे के आधार पर दिल्ली में करीब एक दर्जन सीटें भाजपा से मांगी हैं. इनमें संगम विहार, देवली, बदरपुर, नजफगढ़, पालमपुर, मटियाला, द्वारका, नरेला, मुंडका, नांगलोर, बिजवासन, बवाना, महरौली और छतरपुर विधानसभा सीटें शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार भाजपा नेतृत्व ने दुष्यंत चौटाला के समक्ष प्रस्ताव रखा है कि वह मुंडका, बिजवासन, बवाना और नजफगढ़ विधानसभा सीटों पर अपनी पसंद के चार उम्मीदवार भाजपा को दे दें, जिन्हें भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़वाया जाएगा.