भोपाल: कोरोना संक्रमण का कहर अब कम हो चला है लेकिन इस बीच मध्यप्रदेश में वार-पलटवार का सिलसिला जारी है। हाल ही में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने पलटवार किया है। जी दरअसल ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कमलनाथ के बिजली विभाग के 400 कर्मचारियों का वेतन रोके जाने को लेकर दिए बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ''15 महीने तक कमलनाथ की सरकार थी तो बिजली के क्षेत्र में क्या काम किया, बिजली कर्मचारियों के लिए क्या काम किया।''
मध्य प्रदेश में बिजली महँगी करने के बाद अब बिजली कंपनी लोगों पर बिजली चोरी की झूठे मामले दर्ज करना चाहती है।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 3, 2021
मामले दर्ज न करने के आरोप में 400 कर्मचारियों का वेतन रोक दिया है। ऐसा काम तो ईस्ट इंडिया कम्पनी के राज में होता था।
शिवराज जी क्या आप जनता को ग़ुलाम बनाना चाहते हैं?
जी दरअसल बीते दिनों ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा था कि, ''मध्य प्रदेश में बिजली महँगी करने के बाद अब बिजली कंपनी लोगों पर बिजली चोरी की झूठे मामले दर्ज करना चाहती है, मामले दर्ज न करने के आरोप में 400 कर्मचारियों का वेतन रोक दिया है। ऐसा काम तो ईस्ट इंडिया कम्पनी के राज में होता था। शिवराज जी क्या आप जनता को ग़ुलाम बनाना चाहते हैं।''
आगे उन्होंने लिखा- ''मध्य प्रदेश सरकार के कर्मचारियों के वेतन में प्रतिवर्ष 3 फीसदी की दर से वार्षिक वेतन वृद्धि का प्रावधान है, मध्यप्रदेश सरकार ने न तो पिछले वर्ष और न ही इस वर्ष कर्मचारियों को वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ दिया है। शिवराज जी, सरकारी कर्मचारियों का उत्पीड़न बंद करिये।'' जी दरअसल बिजली कंपनी ने अपने 400 कर्मचारियों का वेतन रोक लिया है, इस लिस्ट में भोपाल के ही 74 कर्मचारी हैं। ऐसी खबरें है कि कंपनी के नियमों के तहत इन कर्मचारियों ने बिजली चोरी को लेकर प्रकरण नहीं बनाए, और कंपनी ने इंजीनियर को 10 प्रकरण दर्ज करने का जिम्मा दिया हुआ है। इसी के चलते 11 जिले के कर्मचारियों का वेतन रोका गया है।
'हिंसा और क़त्ल करना 'हिंदुत्व' की सोच का हिस्सा, मुसलामानों की लिंचिंग इसी का नतीजा - ओवैसी
MP: कोविड टीकाकरण महाअभियान के बावजूद भोपाल में नहीं लग रहा टीका
ऑनलाइन शॉपिंग साइट से कुछ ऐसा मंगवाता था युवक कि हुआ गिरफ्तार