'हिंसा और क़त्ल करना 'हिंदुत्व' की सोच का हिस्सा, मुसलामानों की लिंचिंग इसी का नतीजा - ओवैसी
'हिंसा और क़त्ल करना 'हिंदुत्व' की सोच का हिस्सा, मुसलामानों की लिंचिंग इसी का नतीजा - ओवैसी
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हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को एक के बाद लगातार तीन ट्वीट किए। अपने पहले ट्वीट में ओवैसी ने कहा कि 'RSS के भागवत ने कहा "लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व विरोधी"। इन अपराधियों को गाय और भैंस में फ़र्क़ नहीं पता होगा लेकिन क़त्ल करने के लिए जुनैद, अखलाक़, पहलू, रकबर, अलीमुद्दीन के नाम ही काफी थे। ये नफ़रत हिंदुत्व की देन है, इन मुजरिमों को हिंदुत्ववादी सरकार की पुश्त पनाही हासिल है।'

 

वहीं अपने अगले ट्वीट में ओवैसी ने कहा कि 'केंद्रीय मंत्री के हाथों अलीमुद्दीन के कातिलों की गुलपोशी हो जाती है, अखलाक़ के हत्यारे की लाश पर तिरंगा लगाया जाता है, आसिफ़ को मारने वालों के समर्थन में महापंचायत बुलाई जाती है, जहाँ भाजपा का प्रवक्ता पूछता है कि "क्या हम मर्डर भी नहीं कर सकते?" आगे हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने कहा कि 'कायरता, हिंसा और क़त्ल करना गोडसे की हिंदुत्व वाली सोंच का अटूट हिस्सा है।मुसलमानो की लिंचिंग भी इसी सोच का नतीजा है।'

बता दें कि इससे पहले रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि 'सभी भारतीयों का DNA एक है फिर चाहे वो किसी भी धर्म के हों। साथ ही साथ हिंदू-मुस्लिम एकता भ्रामक है, क्योंकि वो अलग-अलग नहीं, बल्कि एक ही हैं। पूजा करने के तरीके के आधार पर लोगों में भेद नहीं किया जा सकता। यदि ये मानने लग जाएं कि ये जुड़े हुए नहीं हैं, तो ये दोनों ही संकट मे पड़ जाते हैं।' इसी की प्रतिक्रिया में ओवैसी का ट्वीट आया है 

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