इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव अजय प्रकाश साहनी ने शुक्रवार को अपने के बयान में कहा कि सरकार ने साइबर सुरक्षित भारत अभियान की शुरुआत की है. इसके पीछे सरकार का उद्देश्य देता को सुरक्षित और संरक्षित रखना है. सरकार का लक्ष्य सभी विभागों में मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारियों और सूचना प्रौद्योगिकी कर्मचारियों को साइबर अपराध और कौशल विकाश के प्रति जागरूक करना है.
साहनी ने जानकारी देते हुए बताया कि, 'इसमें आईटी क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों के एक समूह को शामिल किया गया है, जिसमें माइक्रोसॉफ्ट, इन्टेल, विप्रो, रेड हैट, और डायमेंशन डेटा जैसी कंपनिया शामिल है. साथ ही, एनआईसी, नैस्कॉक, फिडो अलायंस, सिस्को जैसी कम्पनियाँ नॉलेज पार्टनर के रूप में शामिल है.
साहनी ने जानकारी देते हुए बताया कि, 'एक अरब से ज्यादा मोबाइल फोन आधार से जुड़े हैं और एक अरब से ज्यादा बैंक खाते भी जुड़े हैं, इसलिए हमें अरबों खतरों की चुनौती मिल रही है.' उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि सामूहिक नजरिया इस दिशा में बढ़ने का अच्छा तरीका है और मुझे उम्मीद है कि ज्यादा सक्षम कंपनियां इस मुहिम से जुड़ेंगी और हमारे प्रयास में मददगार बनेंगी.'
अब ऑनलाइन चैनल पर पकड़ बनाना चाहती है सैमसंग
500 करोड़ से ज्यादा के मुनाफे में रही जियो