बीकापुर : आॅल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी द्वारा यह कहा गया है कि डाॅ. भीमराव आंबेडकर यदि नहीं होते तो सेक्युलरवाद नहीं होता। दरअसल वे बीकापुर विधानसभा में होने जा रहे उपचुनाव को लेकर पार्टी का प्रचार कर रहे थे। इस सीट के लिए पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर प्रदीप कोरी का नाम सामने आया है। उन्होंने चुनावी सभा को संबोधित किया था। उनका कहना था कि डाॅ. भीमराव आंबेडकर जैसे नेता नहीं होते तो भारत सेक्युलरवादी नहीं हो पाता।
उनका कहना था कि यह सब आंबेडकर की ही देन है। भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है। ओवैसी ने कहा कि गांधी, लोहिया और पटेल बड़े नेता थे, लेकिन मेरा मानना है कि अंबेडकर इन सबसे बड़े थे। हांलाकि उन्होंने प्रतिद्वंदी दलों बसपा और सपा पर वार करते हुए कहा कि प्रदेश में इन दलों का सत्ता में आना मुश्किल है, दलितों और मुस्लिमों का विकास करने वाले को ही चुना जाएगा। उन्होंने देशभर में दलितों और मुस्लिमों के शोषण को लेकर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि भारत की राजनीति करोड़पतियों और उद्योगपतियों के हाथ में थी।
केंद्र सरकार जनता हेतु अधिक कुछ नहीं करना चाहती है। उनका कहना कि भाजपा के नेताओं को प्रधानमंत्री मोदी रोकने का प्रयास नहीं करते ऐसे नेता हीसांप्रदायिकता को बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गरीबी का मजाक उड़ रहा है। स्व. लोहिया जी के नाम पर राजनीति हो रही है मगर ऐसे लोगों को ओवैसी से डर लग रहा है।