श्रीनगर: अमरनाथ यात्रा को लेकर सरकार ने इस बार सुरक्षा के खास इन्तेजाम किये है, सरकार ने इसका जिम्मा भारतीय सेना को दिया है. भारतीय सेना ने सोमवार को जानकारी दी कि अगले महीने 2 जुलाई से शुरू हो रही वार्षिक अमरनाथ यात्रा के संभावित खतरे को लेकर कोई विशेष जानकारी प्राप्त नहीं हुई है. हालांकि राष्ट्र-विरोधी तत्वों को तीर्थयात्रा बाधित से रोकने के लिए सेना विशेष प्रयत्न करेगी. सेना यात्रा को पूरी तरीके से सुरक्षित रखने के लिए सारे पुख्ता इंतजाम करेगी. श्रीनगर स्थित चिनार कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) ले. जनरल सुब्रत साहा ने आर्मी पब्लिक स्कूल में आयोजित एक समारोह से यह जानकारी दी की हमें आतंकवादियों की गतिविधियों के संबंध में कोई विशेष जानकारी नहीं मिली है.
कमांडर ने बताया कि सेना ने 2 महीने तक चलने वाली यात्रा के लिए पर्यावरणीय सुरक्षा प्रदान कराने के लक्ष्य के साथ 'ऑपरेशन शिव' प्रारम्भ किया है. जीओसी ने जानकारी दी कि यात्रा का आरम्भ 2 जुलाई से हो रहा है. सेना सुरक्षा की पूरी व्यवस्था करेगी ताकि चंदनवाड़ी और बालटाल दोनों मार्गों सहित यात्रा के सभी मार्गों को पर सुरक्षित यात्रा किया जाना संभव हो. उन्होंने कहा कि सेना, संचार व चिकित्सा दोनों का लाभ यात्रियों को देगी.
साहा ने जानकारी दी कि असामाजिक तत्वों की हर क्रिया पर हम तीखी नजर रखे हुए है. सुरक्षा की आवश्यकता के चलते हवाई निगरानी भी की जा रही है, सरकार हर दिन की हवाई निगरानी का सूक्ष्म अध्ययन कर रही है, यह विचार असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए है. सेना सुरक्षा से जुड़े हर खतरे से निपटने के लिए खुद को पूरी तरह से समर्थ बना रही है.