कभी सेना में टेलीफोन ऑपरेटर थे आनंद बक्शी, अपने गीतों से जीता सबका दिल
कभी सेना में टेलीफोन ऑपरेटर थे आनंद बक्शी, अपने गीतों से जीता सबका दिल
Share:

30 मार्च को इस दुनिया को अलविदा कहने वाले आनंद बक्शी को हम कभी नहीं भुला सकते ।उनके जितने भी गीत है सभी को सुनने के बाद मन में एक अलग ही कसक उठती है और मन में प्रेम के अरमान जग उठते हैं। कहा जाता है गीतकार तो बहुत हुए हैं, लेकिन आनंद बक्शी के गीतों की खासियत उनकी सादगी ही रही। जी हाँ, उनके गाने के बोल इतने सरल होते हैं कि आम आदमी की जुबान उन शब्दों के साथ पल भर में ही सहज महसूस करती है। जी हाँ और हर गाने में एक फलसफा और फलसफे का अपना अलग अंदाज उनको मशहूर करता गया। जी हाँ और यही वजह रही है कि उन्हें लोगों का भरपूर प्यार मिला।

आपको शायद ही पता होगा कि उनको सबसे ज्यादा 41 बार फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामित किया गया। जी हाँ और चार बार के फिल्मफेयर पुरस्कार विजेता रहे। एक था गुल और एक थी बुलबुल, सावन का महीना, कोरा कागज था, हम तुम एक कमरे में बंद हों, महबूबा महबूबा, ओम शांति ओम , तेरे मेरे बीच में, तुझे देखा तो ये जाना सनम जैसे गाने देने वाले आनंद बक्शी के पिता रावलपिंडी में बैंक मैनेजरी करते थे। वहीं अपनी जवानी में आनंद टेलीफोन ऑपरेटर बनकर सेना में शामिल हो गए, हालाँकि बम्बई और सिनेमा अभी बहुत दूर था लेकिन यही उनकी चाह थी।

उन्होंने सिनेमा की दुनिया में घुसने का प्रयास ‘बदला’ फिल्म के साथ किया लेकिन कुछ न हुआ और फिर उन्होंने नेवी जॉइन कर ली। उसके बाद बंटवारा हुआ तो बक्शी परिवार शरणार्थी बनकर हिन्दुस्तान आ गया और जब मायानगरी में कुछ ना हुआ तो आनंद बक्षी ने फिर से सेना जॉइन कर ली और पचास के दशक की दहाई तक वहीं काम करते रहे। हालाँकि काफी समय बाद उनको सफलता मिली और आज उन्हें कोई नहीं भूल सकता।

देर रत पार्टी करने पहुंचे विकैट, बाँहों में दिखी बाहें

एलिमिनेशन से बचने के लिए पायल ने कंगना के सामने किया हैरान करने वाला खुलासा, कहा- "करियर को चमकाने के लिए तांत्रिक पूजा..."

'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने दिया विवादित बयान

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -