नई दिल्ली : न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप में भारत को एंट्री दिलाने के लिए अमेरिका हर संभव प्रयास कर रहा है। शुक्रवार को अमेरिका ने कहा कि भारत के एनएसजी का एक पूर्ण सदस्य बनने का रास्ता इस साल के अंत तक है। अमेरिका ने ये बातें सियोल में 48 एनएसजी सदस्यीय देशों की मीटिंग के समापन के कुछ घंटे बाद कही।
ओबामा प्रशासन के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि इस साल के अंत तक रास्ता साफ हो जाएगा। इसके लिए कुछ काम करने की जरुरत है। अधिकारी ने बैठक में हुई आतंरिक चर्चा को बताने से इंकार करते हुए कहा कि इस मामले को लेकर ओबामा प्रशासन ने सभी देशों के साथ नजदीकी तौर पर काम किया है।
अधिकारी ने प्रक्षेपास्त्र प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) में इसी तरह की चर्चा का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत को उसके सदस्य देशों के बीच कई महीने की चर्चा के बाद इस महीने की शुरूआत में शामिल किया गया था। एनएसजी की तरह ही एमटीसीआर में भी निर्णय सहमति से किए जाते हैं।
बता दें कि चीन भारत की सदस्यता के राह में रोड़े अटका रहा है। भारत के पास पर्याप्त बहुमत होने के बावजूद चीन ने भारत की सदस्यता रोक दी। भारत के अनुसार, 38 देशों ने भारत का समर्थन किया था।