हिंदू पंचाग के साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी मिलता है भगवान राम के जन्म का प्रमाण
हिंदू पंचाग के साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी मिलता है भगवान राम के जन्म का प्रमाण
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भगवान श्री राम का जन्मदिन 'रामनवमी' मनाने के लिए यह दावा किया गया है कि अब आप उनके जन्म का दिन और समय का पता हिंदू पंचाग के साथ वैज्ञानिक रूप से निर्धारित कर सकते हैं। इस वैज्ञानिक शोध पर विश्वास करें तो पता चलता है कि अयोध्या के राजा श्रीराम का जन्म 10 जनवरी, 5114 ईसा पूर्व दोपहर 12:05 बजे हुआ था। इस शोध से न केवल राम जी के जन्म के समय का पता चलता है, बल्कि महाभारत युद्ध के समय और अशोक वाटिका में हनुमान की माता सीता से मुलाकात के बारे में भी जानकारी मिलती है।

प्रमुख इतिहासकार महाभारत और रामायण की घटनाओं का सटीक समय निर्धारित करने में असमर्थ रहे हैं। हालाँकि, एक संस्थान ने  विशिष्ट तिथियों का खुलासा किया है। इस शोध के अनुसार, महाभारत का युद्ध 13 अक्टूबर, 3139 ईसा पूर्व को शुरू हुआ था। इसके अतिरिक्त, यह कहा गया है कि 12 सितंबर, 5076 ईसा पूर्व को हनुमान जी को अशोक वाटिका में माता सीता के दर्शन हुए थे। 

दोहा

 जोग लगन ग्रह बार तिथि सकल भए अनुकूल।
चर अरु अचर हर्षजुत राम जनम सुखमूल॥

भावार्थ:- योग, लग्न, ग्रह, वार और तिथि सभी अनुकूल हो गए। जड़ और चेतन सब हर्ष से भर गए। क्योंकि श्री राम का जन्म सुख का मूल है॥

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