ठंडी हवाओं के चलने से कानों में अक्सर दर्द शुरू हो जाता है. वहीं एक कारण यह भी की कान में मैल जमने या फुंसी-सूजन होने, पानी चले जाने, किसी त्वचा रोग के दब जाने आदि कारणें से दर्द होने लगता है. कान का दर्द रह-रह कर उठता है, जिससे रोगी परेशान हो जाता है.
कान के सभी रोगों से छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपाय-
1-कान बहता हो, तो नीम की पत्तियां और लहसुन को समभाग में ले कर पीसें और रस निचोड कर गुनगुना करें. दो बूंद रात को सोने से पहले कुछ दिन तक डालने से कान का घाव और काम का बहना ठीक हो जाता है.
2-कान दर्द में तुलसी के पत्तों का रस गरम करके डालें.
3-प्याज को पीस कर मलमल के कपडे से निचोड कर रस निकालें और प्याज के रस को थोडा गरम करके उसकी सहने लायक 2-3 बूंदें कान में डालें. काम में किसी भी तरह का दर्द हो, तो इससे राहत मिलती है. इससे ऊंचा सुनना, काम में भिनभिनाहट तथा सांय-सांय की आवाज और कान का बहना और व्याधियों में भी लाभ होता है.
4-जब कान में सांय-सांय की होने वाली आवाज गुनगुने बादाम के तेल की कुछ बूंदें डालने पर दूर हो जाती है.