मॉस्को: यूक्रेन के खिलाफ बीते डेढ़ साल से जंग लड़ रहे रूस ने अब उत्तर पश्चिम सीरिया पर हवाई हमला कर दिया है, जिसमें 13 लोगों की जान चली गई है. ये हमले उन इलाकों में किए गए हैं, जहां विद्रोही गुटों का नियंत्रण है. ये एयर स्ट्राइक सीरिया में इस साल का सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है. हमले में जान गंवाने वालों में 2 बच्चों सहित 9 सामान्य नागरिक भी शामिल थे.
रिपोर्ट के अनुसार, सर्वाधिक लोग इदलिब क्षेत्र के जिस्र अल-शुगुर में एक फल और सब्जी बाजार में मारे गए हैं. ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अध्यक्ष रामी अब्देल रहमान ने इस हमले को नरसंहार के बराबर करार दिया है, जो सीरिया में इस साल का सबसे खतरनाक हमला है. इस हमले में बचे जीवित 35 वर्षीय साद ने हमले का खौफनाक मंजर बयां किया है. पेशे से श्रमिक साद बताते हैं कि कैसे हमले के बाद उसने घायलों को बचाने का भरपूर प्रयास किया. उन्होंने बताया कि हमले के समय वो गाड़ी से टमाटर और खीरे उतार रहे थे. इसी बीच रूसी सेना ने उनपर गोले बरसाने चालु कर दिए. देखते ही देखते सब खत्म हो गया. हर जगह चीख पुकार मच गई. खून से लथपथ लोगों की लाश सड़कों पर पड़ी हुई थी.
साद ने आगे बताया कि उन्होंने घायलों को बचाने की हर संभव कोशिश की. उनके हाथ अभी खून से सने हुए हैं. हर जगह लाशें और दर्द में कहराते दिखाई दे रहे थे. वहीं एक अन्य शख्स ने बताया कि कई जगहों से धुएं का काला गुबार उठता भी दिख रहा था. इस बीच एंबुलेंस भी मौके पर पहुंची और घायलों को फ़ौरन अस्पताल लेकर गई.
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