आदित्य ठाकरे ने संसद हमले के आरोपियों को बताया 'खतरों के खिलाड़ी', बोले- 'जिन लोगों ने राम मंदिर के लिए योगदान नहीं दिया...'
आदित्य ठाकरे ने संसद हमले के आरोपियों को बताया 'खतरों के खिलाड़ी', बोले- 'जिन लोगों ने राम मंदिर के लिए योगदान नहीं दिया...'
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मुंबई: MLA आदित्य ठाकरे ने एक मीडिया चर्चा में संसद हमले के अपराधियों को 'खतरों के खिलाड़ी' बताया है। शुक्रवार को वह अपने आवास मातोश्री में मीडिया से चर्चा कर रहे थे। आदित्य ने राम मंदिर का मुद्दा भी उठाया तथा कहा कि जिन व्यक्तियों ने राम मंदिर के लिए योगदान या बलिदान नहीं दिया, वे वहां जाकर श्रेय ले रहे हैं।

हाल ही में संसद पर हुए हमले पर उनके रुख के बारे में पूछे जाने पर MLA आदित्य ठाकरे ने कहा, ''हमारा देश तानाशाही की तरफ जा रहा है। ईसीआई आयुक्त की नियुक्ति पर विधेयक पेश किया गया था। ECI पूरी तरह से समझौता आयोग है। 2 युवक अपनी जान जोखिम में डालकर संसद के अंदर घुसे, मैं उन्हें खतरों के खिलाड़ी कहूंगा। भीतर जाना तथा वेल में कूदना सरल नहीं है, मगर वे अपनी जान जोखिम में डालते हुए ऐसा करते हैं। मैं उनका समर्थन नहीं करता तथा यह गलत है। उन्होंने बेरोजगारी, मणिपुर घटना और अन्य मुद्दे उठाए। मगर सवाल यह है कि उन्हें किसने पास जारी किए? क्या उन सांसदों से पूछताछ की जाती है, हम सरकार से जवाब की उम्मीद करते हैं। हम सवाल पूछते हैं, हमें सस्पेंड कर दिया जाता है। पहली बार इतने सारे सांसदों को सस्पेंड किया गया है। उन्होंने ऐसा कदम उठाया क्योंकि वे बेरोजगार थे, ऐसी घटनाएं बहुत दुखद हैं।"

वही जब आदित्य से पूछा गया कि क्या उन्हें और उनके परिवार को अयोध्या में आमंत्रित किया गया है, तो उन्होंने कहा, "जो लोग राम मंदिर की लड़ाई का हिस्सा भी नहीं हैं, वे वहां जा रहे हैं। जिन व्यक्तियों ने शून्य योगदान किया है, वे श्रेय ले रहे हैं। वे सभी श्रेय लेने जा रहे हैं।" अब यह मंदिर कोर्ट के आदेश के बाद ही बन रहा है। वे श्रेय ले रहे हैं। जिन व्यक्तियों ने बलिदान दिया है उन्हें नहीं बुलाया जाता है। हमें आमंत्रित नहीं किया जाता है।" आदित्य ने कहा, "आज भी जम्मू कश्मीर में ऐसी घटनाएं होना दुखद बात है। वहां अभी भी तनाव है। पहले उन्होंने कहा था कि एक भी हमला नहीं होगा मगर फिर भी हमारे सैनिक जान गंवा रहे हैं। ऐसी घटनाएं बहुत दुख पहुंचाती हैं।" 

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