Mar 09 2016 02:21 PM
बॉलीवुड अभिनेत्री शबाना आजमी ने कहा है कि हिंदी फिल्मो में जिस तरह से महिलाओं की कामुकता को बताया जाता है उस तरीके को बदलना चाहिए. शबाना आजमी का मानना है कि कामुकता और अश्लीलता के बीच एक रेखा है. शबाना ने यह भी कहा है कि फिल्म उद्योग के कामो में नैतिकता के पहरेदारो को हस्तक्षेप नही करना चाहिए. यह कैमरे पर निर्भर करता है कि कामुकता को किस तरह से बताना है.
आप कैसे कपडे पहन रहे है या कैसे नाच रहे है इस बात पर निर्भर नही करता है. यह फिल्म बनाने वालो पर निर्भर करता है कि उन्हें कामुकता को किस तरीके से बताना है.
शबाना आजमी ने कहा है कि वह बस इतना चाहती है कि कामुकता को नैतिकता के पहरेदारों के हाथों में ना दे और अगर दे तो फिल्मकारों को इसका ध्यान रखना चाहिए.
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