काठमांडू: कभी चीन का गुणगान करने वाले नेपाल के प्रधामंत्री पुष्पकमल दहल प्रचंड ने अपने सुर बदल लिये है। वे न केवल भारत से अपने देश की मजबूत दोस्ती चाहते है वहीं इसी मामले में 15 सिंतबर को भारत यात्रा पर भी आ रहे है। गौरतलब है कि प्रचंड ने दूसरी बाद नेपाल की सत्ता संभाली है।
इसके पहले कार्यकाल में वे सीधे तौर पर भारत के विरोधी तो नहीं लेकिन चीन का समर्थक जरूर करते रहे है। लेकिन अब दूसरे कार्यकाल में वे भारत के साथ रिश्तों को पक्का बनाना चाहते है। प्रचंड ने मोदी की तारीफ की है। दूसरी बार नेपाल की सत्ता संभालने के बाद उनकी भारत की पहली यात्रा होगी। उन्होंने कहा हे कि वे और मोदी एक जैसा सोचते है। प्रचंड का इशारा आपसी सहयोग की ओर था। गौरतलब है कि मोदी भी आपसी विश्वास और सहयोग से ही भारत का विकास करने की बात कहते है।
मोदी शक्तिशाली प्रधानमंत्री-
प्रचंड ने नरेन्द्र मोदी को शक्तिशाली प्रधानमंत्री और भारत को विशाल देश बताया है। उन्होंने कहा है कि भले ही पिछले साल भारत और नेपाल के बीच संबंध अच्छे नहीं रहे हो लेकिन अब नेपाल अब भारत के साथ अपनी दोस्ती को मजबूत करना चाहता है। प्रचंड ने बताया कि शक और भ्रम के कारण ही दोनों देशों के बीच खटास उत्पन्न होती रही। मोदी की तारीफ करते हुये प्रचंड ने बताया कि मोदी लोगों को दिशा देने में सक्षम है। जब वे नेपाल यात्रा पर आये थे तो उनसे मुलाकात कर वे बेहद खुश हुये थे।
मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड को भारत आने का दिया न्योता