अयोध्या राम मंदिर : तारीख पर तारीख का पूरा सफर
अयोध्या राम मंदिर : तारीख पर तारीख का पूरा सफर
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आज सुप्रीम कोर्ट में रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद स्वामित्व विवाद की सुनवाई शुरू होगी.  सुनवाई चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ करेगी. जानिए राम मंदिर मुद्दे की अब तक की सभी तारीखों और सुनवाइयों को एक साथ -
1528 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद का निर्माण किया गया. 
1949 में बाबरी मस्जिद में गुप्त रूप से भागवान राम की मूर्ति रख दी गई. 
1984 में मंदिर निर्माण के लिए एक कमेटी का गठन किया गया.
1959 में निर्मोही अखाड़ा की ओर से विवादित स्थल के स्थानांतरण के लिए अर्जी दी थी.
1961 में यूपी सुन्नी सेंट्रल बोर्ड ने भी बाबरी मस्जिद स्थल पर कब्जा के लिए अपील दायर की थी.
1986 में विवादित स्थल को श्रद्धालुओं के लिए खोला गया. 
1986 में ही बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी का गठन किया गया.
1990 में लालकृष्ण आडवाणी ने देशव्यापी रथयात्रा की शुरुआत की. 
1991 में रथयात्रा की लहर से बीजेपी यूपी की सत्ता में आई. इसी साल मंदिर निर्माण के लिए देशभर से इंटें भेजी गई.
6 दिसंबर, 1992: अयोध्या पहुंचकर हजारों की संख्या में कार सेवकों ने बाबरी मस्जिद का विध्वंस कर दिया था. प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव ने मस्जिद के पुनर्निर्माण का वादा किया.
16 दिसंबर, 1992: बाबरी मस्जिद विध्वंस के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों की जांच के लिए एमएस लिब्रहान आयोग का गठन किया गया.
1994: इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ में बाबरी मस्जिद विध्वंस से संबंधित केस चलना शुरू.
4 मई, 2001: स्पेशल जज एसके शुक्ला ने बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी सहित 13 नेताओं को साजिश के आरोप से बरी किया.
1 जनवरी, 2002: तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एक अयोध्या विभाग शुरू किया.
1 अप्रैल 2002: इलाहबाद हाई कोर्ट ने सुनवाई शुरू कर दी.
5 मार्च 2003: इलाहबाद हाई कोर्ट ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को अयोध्या में खुदाई का निर्देश दिया, ताकि मंदिर या मस्जिद का प्रमाण मिल सके.
22 अगस्त, 2003: इलाहबाद हाई कोर्ट में खुदाई की रिपोर्ट पेश.10वीं सदी के मंदिर के अवशेष प्रमाण मिले हैं. 
सितंबर 2003: मस्जिद विध्वंस को उकसाने वाले सात हिंदू नेताओं को सुनवाई के लिए बुलाने  की मांग.
जुलाई 2009: लिब्रहान आयोग ने गठन के 17 साल बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपनी रिपोर्ट सौंपी.
26 जुलाई, 2010:  इलाहबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने हल निकाले की सलाह दी. 
28 सितंबर 2010: सुप्रीम कोर्ट ने इलाहबाद हाई कोर्ट को विवादित मामले में फैसला देने से रोकने वाली याचिका खारिज की.
30 सितंबर 2010: इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने ऐतिहासिक फैसले के तहत जमीन को तीन हिस्सों में बांटा ,एक हिस्सा राम मंदिर, दूसरा सुन्नी वक्फ बोर्ड और निर्मोही अखाड़े को मिला.
9 मई 2011: सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी.
21 मार्च 2017: सुप्रीम कोर्ट ने आपसी सहमति से विवाद सुलझाने की बात कही.
19 अप्रैल 2017: सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद गिराए जाने के मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती पर केस चलाने का आदेश दिया.
9 नवंबर 2017: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा कि अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर बनना चाहिए.
16 नवंबर 2017: आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने मामले को सुलझाने के लिए मध्यस्थता करने की कोशिश की.
5 दिसंबर 2017: सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. 
कोर्ट ने 8 फरवरी तक सभी दस्तावेजों को पूरा करने के लिए कहा.

छह सबसे बड़े मामलों पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण आत्म सम्मान का मामला - सुरेश भैयाजी

मध्यप्रदेश के धार जिले में भी है एक अयोध्या

 

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