नई दिल्ली : गुजरात के लेखक गणेश देवी और 6 अन्य प्रख्यात लेखकों ने अपना साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने का फैसला किया है. वहीं दूसरी ओर कन्नड़ लेखक अरविंद मलगत्ती ने संस्था की आम परिषद से इस्तीफा दे दिया है. गणेश देवी ने कहा कि वह नयनतारा सहगल, अशोक वाजपेयी और अन्य के साथ एकजुटता जाहिर करने के लिए अपना पुरस्कार लौटा रहे हैं. देवी ने साहित्य अकादमी के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रताप तिवारी को एक पत्र लिखा जिसमें कहा गया कि भारत का महान विचार विविधता और विचारों में अंतर पर आधारित है.
दिल्ली के अमन सेठी ने कहा है कि वह भी 1993 में मिले साहित्य अकादमी पुरस्कार को लौटा रहे हैं. पंजाब से 3 और प्रख्यात लेखकों ने अपने साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने की घोषणा की है. पंजाब के प्रख्यात लेखक गुरबचन भुल्लर, अजमेर सिंह औलख और आत्मजीत सिंह के साथ कैनेडा में रहने वाले वरयाम संधू ने भी अपना पुरस्कार लौटाने की घोषणा की.
उन्होंने मांग की है कि अकादमी अपने सदस्य कलबुर्गी और अन्य तर्कवादियों की हत्या के खिलाफ तथा दादरी कांड के मद्देनजर साम्प्रदायिक माहौल के खिलाफ अपना बयान जारी करे. बात दें कि नयनतारा सहगल, सारा जोसेफ, उदय प्रकाश और अशोक वाजपेयी जैसे कई प्रख्यात लेखक पहले ही अकादमी पुरस्कार लौटाने की घोषणा कर चुके हैं.
उधर, साहित्य अकादमी के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने अपने बयान में कहा कि शीर्ष साहित्यिक संस्था अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पक्ष में है और कहीं भी किसी लेखक या कलाकार पर हमले की निंदा करती है.