पहले टी20 वर्ल्ड कप में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar), सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गजों के शामिल न होने के बाद किसी को भी टीम इंडिया से काफी उम्मीदें नहीं थी. युवा टीम इंडिया की कमान एमएस धोनी (MS Dhoni) को सौंपी गई. टीम में पास टी20 फॉर्मेट का भी कोई खास अनुभव नहीं था. मगर टूर्नामेंट में युवराज सिंह (Yuvraj Singh) के बल्ले से लगातार छह छक्के निकलने के बाद हर कोई इस फॉर्मेट में भारत को गंभीरता से लेने लगा.
युवराज ने इंग्लैंड के खिलाफ एंड्रयू फ्लिटॉफ से बहस होने के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंदों पर लगातार छह छक्के जड़कर मैच ही पलट दिया था. भारत के लिए यह मैच हर हाल में जीतना जरूरी था. हालांकि टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ अगला मैच नहीं खेला.सेमीफाइनल मुकाबले में युवराज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 30 गेंदों पर 70 रन की विजयी पारी खेली थी. उस टूर्नामेंट को युवराज सिंह की बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए भी याद किया जाता है. युवी ने एक इंस्टाग्राम लाइव पर खुलासा किया कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विजयी पारी खेलने के बाद उनके बल्ले पर कई तरह के संदेह जताए गए थे.
ऑस्ट्रेलियन कोच और गिलक्रिस्ट तक ने सवाल उठाए: यहां तक कि तत्कालीन ऑस्ट्रलियन कोच ने भी उनके बल्ले की जांच की थी और उनके बल्ले के पीछे फाइबर की मौजूदगी पर संदेह जताया था. युवराज ने बताया कि मैच रेफरी ने भी उनके बल्ले की जांच की थी. युवराज ने कहा कि ऑस्ट्रेलियन कोच उनके पास आए और पूछा कि क्या आपके बल्ले के पीछे फाइबर है और क्या यह कानूनी था. क्या मैच रेफरी ने इसकी जांच की. ऑस्ट्रेलियन कोच के इन सवालों पर युवी ने उन्हें कहा कि वे ही जांच कर लें. युवी ने बताया कि एडम गिलक्रिस्ट ने भी उनसे पूछा था कि आपके बल्ले कौन बनाता है. इस लिए मैच रेफरी ने युवी के बल्ले की जांच की. .
बल्ले के साथ काफी यादें: 38 साल के युवराज की उस बल्ले के साथ काफी यादें जुड़ी हुई हैं. उसी बल्ले से उन्होंने भारत को इतिहास का पहला टी20 वर्ल्ड कप दिलाया. युवी ने खुलासा कि 2011 वर्ल्ड कप में इस्तेमाल किया गया बल्ला भी उनके लिए काफी खास है. 15 विकेट लेने के साथ ही युवराज ने 8 पारियों में 362 रन बनाए थे, जिसमें चार अर्धशतक और एक शतक शामिल है. युवराज मैन ऑफ द टूर्नामेंट भी रहे थे.
इस रणजी टीम के कोच बने डेव वॉटमोर
बेटी के साथ शीला की जवानी पर डांस कर रहे हैं डेविड वार्नर, देखें मजेदार Video
49 साल पहले जब अकेले गावस्कर से हार गई थी पूरी विंडीज टीम, आज भी कायम है वो अद्भुत रिकॉर्ड