मुंबई : मिड साइज के प्राइवेट सेक्टर लेंडर यस बैंक ने बताया है कि वह आगामी फाइनेंशियल ईयर में अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट्स (एडीआर) के माध्यम से 1 अरब डॉलर की रकम एकत्र करने की मंशा रखता है. यस बैंक ने यह भी कहा कि बोर्ड में प्रतिनिधित्व को लेकर उसके प्रमोटर्स के बीच चल रहे विवाद का इस योजना पर कोई प्रभाव नहीं होगा.
बैंक के फाइनेंशियल मार्केट्स के प्रेसिडेंट जयदीप अय्यर ने जानकारी दी कि 'हम एडीआर इश्यू को लाने की इच्छा रखते हैं. यह यस बैंक का इस तरह का पहला इश्यू होगा. इससे बैंक क़े प्रोफाइल में इजाफा होगा और ज्यादा इनवेस्टर्स को हमारे साथ जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा. वैसे, उनका मानना है कि एडीआर के माध्यम से फंड एकत्र करने की लागत दूसरे इंस्ट्रूमेंट्स की अपेक्षा ज्यादा है. एडीआर के लिए यस बैंक को अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के नॉर्म्स पर खरा उतरना होगा.
इसके लिए उसे कंप्लायंस को बेहतर बनाना होगा और कॉरपोरेट गवर्नेंस को भी बेहतर बनाने के लिए काम करना होगा. अय्यर ने जानकारी दी कि यस बैंक पहले ही एडीआर या क्वॉलिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट के द्वारा 1 अरब डॉलर की रकम जुटाने की सहमति अपने शेयरहोल्डर्स से प्राप्त कर चुका है. उन्होंने जानकारी दी कि अगले फाइनेंशियल ईयर में यह इश्यू लाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि यदि वर्ष लोन बुक 30 पर्सेंट में भी वृद्धि होती है तो उसे सपोर्ट करने के लिए यस बैंक के पास फंड है. अय्यर ने कहा, 'एडीआर इश्यू अगले फाइनेंशियल ईयर में आने की उम्मीद है, लेकिन इसके लिए हम सारे अप्रूवल्स इसी वर्ष प्राप्त कर लगे.
इससे पहले बैंकिंग सेक्टर से एचडीएफसी बैंक ने एडीआर इश्यू की पेशकश की थी. उसने इस वर्ष इस रूट से 10,000 करोड़ रुपये एकत्र किये हैं. एडीआर रूट से पैसा जुटाने वाली कंपनियों में टाटा मोटर्स, आईसीआईसीआई बैंक, एमटीएनएल, इंफोसिस, वेदांता, विप्रो समिल्लित हैं.
अय्यर ने जानकारी दी कि टियर 2 कैपिटल के लिए बैंक रुपी बॉन्ड बेचकर 500 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है. यह बॉन्ड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स को बेचा जा जाने वाला है. अय्यर ने कहा है कि बैंक के पास इस फाइनेंशियल ईयर में 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की स्वीकृति है, लेकिन वह शायद 5,000 करोड़ रुपये ही एकत्र करे.
क्या बैंक के फंड जुटाने के प्लान पर प्रमोटर्स राणा कपूर और अशोक कपूर की पत्नी मधु कपूर विवाद में हाई कोर्ट के निर्णय का कोई प्रभाव होगा? अय्यर ने बताया कि इसका बैंक के फंडिंग योजना पर प्रभाव नहीं होगा. उन्होंने बताया, 'कोर्ट के निर्णय का हमारे कामकाज पर कोई प्रभाव नहीं हुआ है. इसका गवर्नेंस के मामले से कोई सम्बन्ध नहीं है. हम आज भी न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट कराने के सभी नॉर्म्स पर खरे उतरते है. 17 जून को बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा था कि बैंक के प्रमोटर्स को मिलकर डायरेक्टर अप्वाइंट करने चाहिए. इस फैसले को राणा कपूर के विरुद्ध माना गया, जो यस बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ की पद पर कार्यरत है.