दमोह : देशभर में व्यक्ति के मरने के बाद उसकी अंत्येष्टि के लिए परिजन को ठीक से मदद तक न मिलने के कई मामले सामने आए हैं। जहां ओडिशा में एक व्यक्ति अपनी पत्नी की लाश को हाथों में उठाकर ढोता रहा वहीं मध्यप्रदेश के दमोह में ऐसा मामला सामने आया है जिस पर सभी आश्चर्य जता रहे हैं। दरअसल करीब 5 दिन पूर्व बच्चे के जन्म लेने के बाद मल्ली बाई नामक महिला बीमार थी।
वह उपचार हेतु पति राम सिंह के साथ दमोह जा रही थी। बस में सफर करते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। बस चालक ने बस रास्ते में ही रोककर जंगली क्षेत्र में परिवार को उतार दिया। जब परिवार में रहने वाले व्यक्ति ने पुलिस को फोन किया तो भी उसे मदद नहीं मिला हालांकि कुछ पुलिसकर्मी उनका नाम पता पूछकर चले गए।
इसके कुछ देर बाद एक वकील ने इन लोगों के लिए एंबुलेंस का प्रबंध किया और शव को गांव भेज दिया। इसके बाद परिवार द्वारा मृतका को लेकर अन्य औपचारिकताऐं की जा सकी।
बच्चे को जन्म देने के लिए पैदल तय करना पड़ा 6 किलोमीटर का सफर
दलितों को नहीं निकालने दी दबंग के एरिया से शवयात्रा
एंबुलेंस नहीं मिली तो लाश की गठरी बनाकर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाया