लंदन : लाॅन टेनिस की बेहद लोकप्रिय स्पर्धा विम्बलडन टूर्नामेंट पर इन दिनों खेल से ज़्यादा लिंगवाद हावी नज़र आ रहा है। विम्बलडन टूर्नामेंट पर गर्मी का असर तो देखने को मिल रहा है लेकिन साथ ही महिलाओं को अधिक अहमियत दी जा रही है। हाल ही में आॅल इंग्लैंड क्लब में खेले जा रहे टूर्नामेंट में बहुत तेज गर्मी का असर देखने को मिलां इस दौरान महिला टेनिस खिलाडि़यों को करीब 10 मिनट का ब्रेक लेने की अनुमति दे दी गई जबकि पुरुषो के लिए कोई नियम नहीं बनाया गया है। इस बारे में कहा गया है कि आॅल इंग्लैंड क्लब में किसी भी तरह का नियम बनाने का दायित्व नहीं है दूसरी ओर पुरूष खिलाडि़यों के लिए हीट ब्रेक का कोई नियम नहीं है।
दरअसल महिला खिलाडि़यों के लिए नियम जारी किया गया है कि जो भी महिला खिलाड़ी गर्मी के दौरान मैच खेलते समय शरीर को ठंडा करना चाहती हो और रिलेक्स महसूस करना चाहती हो वह हीट स्ट्रेस इंडेक्स के लिए करीब 30.1 डिग्री सेल्सियस का तापमान होने पर और तीसरे सेट में करीब 10 मिनट का ब्रेक ले सकती है। दरअसल हीट स्ट्रेस इंडेक्स एक उपकरण है जिसके माध्यम से गर्मी से राहत मिल सकती है।
उल्लेखनीय है कि बीते वर्श आॅस्ट्रेलियन ओपन में तापमान करीब 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था और एक खिलाड़ी को मितली तक आ गई थी। इस बात की शिकायत ब्रिटीश खिलाड़ी एंडी मरे ने भी की थी लेकिन इसके बाद भी पुरूष खिलाडि़यों को किसी प्रकार की रियायत नहीं दी गई।