जल सहेजो कल सहेजो
जल सहेजो कल सहेजो
Share:

जून माह आधा बीतने के बाद देश के विभिन्न क्षेत्रों में मानसून सक्रिय हो गया है। देश के कई क्षेत्रों में प्रीमानसून और मानसून के शुरूआती दौर में अच्छी बारिश दर्ज की गई है। हालांकि अभी तो बारिश का मौसम शुरू ही हुआ है लेकिन बारिश का दौर शुरू होने के साथ लोगों ने राहत महसूस की है कि अब एक और साल लोगों को पानी के लिए ज़्यादा मशक्कत नहीं करना पड़ेगी। क्या आपने सोचा है कि आखिर ऐसा क्या हो जाता है कि अच्छी बारिश के बावजूद देश के कई हिस्सों में सर्दियों का मौसम समाप्ति की ओर होने के ही साथ सूखे की स्थिति बनने लगती है। कहीं तो इतना पानी गिरता है कि मोहल्लों में घुटनों तक पानी जमा हो जाता है और वहीं मौसम बीतने के बाद पेयजल की समस्या गहराने लगती है। फिर पानी की उपलब्धता को लेकर हम भगवान को मनाने में जुट जाते हैं।

धरती पर पानी बरसाने के लिए हम ऋषि और राजा भागीरथ जैसे प्रयासों में लग जाते हैं कि भगवान खुश होकर धरती पर एक और गंगा बहा दे। लेकिन हम यह नहीं सोच पाते कि सहस्त्रों वर्षों की हमारी धरोहर, जिससे हमारी संस्कृति जुड़ी है आज अपना अस्तित्व खो रही है। उस गंगा को बचाने की हमें सुध नहीं है लेकिन हम धरती पर गंगा की धार बहाने की बात कर रहे हैं। अब तो हमारी कई बरसाती नदियां गर्मी के दौर में मैदान में तब्दील हो जाती हैं। बिहार में छठ पर्व के बाद और मालवा समेत देश के अन्य हिस्सों में पुरूषोत्तम मास और अमावस्या के बाद नदी के कोने - कोने में गाद जमा हो जाती है। ऐसा लगता है जैसे इन क्षेत्रों में नदियां हो ही नहीं।

इन क्षेत्रों को लोग निर्माल्य, हार - फूल और अन्य सामग्री डालकर ट्रेचिंग ग्राउंड की तरह बना देते हैं, नतीजतन नदी का बहाव प्रभावित होता है और नदी जल सूख जाता है। फिर पर्याप्त जल प्रदाय न होने पर लोग टैंकरों के पीछे बर्तन लेकर दौड़ लगाते हैं तो हैंडपंपों पर लंबी कतारें लगी रहती हैं लेकिन बारिश के जल को सहेजकर जमीन में छोड़े जाने की ओर कोई प्रयास होता नज़र नहीं आता। जिसके चलते हर साल भूजल का स्तर गिरता जा रहा है, इस भूजल को रिचार्ज किए जाने की ओर किसी का ध्यान नहीं है जबकि इसका बड़ी मात्रा में दोहन हो रहा है। जिससे भूगर्भ का तापमान भी बढ़ता जा रहा है, इस तरह की स्थिति कई गंभीर परिणामों को जन्म दे सकती है। जिसके लिए जल का संग्रहण करने पर अधिक ध्यान दिए जाने की जरूरत है।

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -