फ्री इंटरनेट एक्सेस करने के कुछ आसान और कारगर तरीके
फ्री इंटरनेट एक्सेस करने के कुछ आसान और कारगर तरीके
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हर कोई फ्री इंटरनेट एक्सेस करना चाहता है। पर सवाल उठता है कैसे ??

जब कि आजकल इंटरनेट पर इतनी सुरक्षा है और हर संस्था फ्री इंटरनेट पर रोकथाम लगाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड रही है। इन सब के बावजूद भी ऐसे कुछ तरीके हैं जिनसे आप फ्री इंटरनेट एक्सेस कर सकते हैं।

हम आपको बता रहे हैं ऐसे ही कुछ तरीके -

प्रॉक्सी सर्वर: प्रॉक्सी सर्वर आपके कम्प्युटर और इंटरनेट के बीच एक मिड-वे की तरह काम करता है। जब आप इंटरनेट चलाते हैं तो साइट आपके आईपी एड्रैस की बजाय प्रॉक्सी सर्वर की आईपी को डिटेक्ट करता है। एक प्रॉक्सी सर्वर पर कई कम्प्युटर काम करते हैं क्यों कि यह किसी एक विशेष कम्प्युटर के लिए नहीं है। अधिकतर, फ्री वेब प्रॉक्सी आपका आईपी एक अंजान आईपी में बदल देते हैं जिससे आपके वास्तविक लोकेशन का पता नहीं चलता है। इंटरनेट पर सर्च करने पर आपको ऐसी कई प्रॉक्सी सर्विसेस मिल जाएंगी जिनको आप फ्री इंटरनेट इस्तेमाल करने में कर सकते हैं।

वीपीएन: फ्री इंटरनेट अनेबल करने के लिए वीपीएन भी अच्छा विकल्प है। हॉट स्पॉट शील्ड एक फ्री और अच्छा वीपीएन है जो कि विंडोज, मैक, एंडरोइड और आईओएस सभी पर सही काम करता है। जैसे आप किसी एप्लिकेशन को डाउनलोड कर इस्तेमाल करते हैं वैसे ही इसे इस्तेमाल कर सकते हैं। साइबर घोस्ट, नोर्ड वीपीएन, प्योर वीपीएन आदि भी कुछ ऐसी ही वीपीएन सेवाएँ हैं जिनका आप इस्तेमाल आप फ्री इंटरनेट के लिए कर सकते हैं।

टीओआर टूल: इससे आप ब्लॉक की गई साइट्स एक्सेस कर सकते हैं और आपकी पहचान का पता नहीं चलता है। ये सारा डाटा एंकरेप्टिड है इसलिए कौन इस्तेमाल कर रहा है और कौनसी साइट्स खोल रहा है यह पता नहीं चल पाएगा। इससे आपके सर्विस प्रोवाइडर को पता नहीं चलेगा और आपकी पहचान गुप्त रहेगी। फायरफॉक्स में इसके इनबिल्ट ऑप्शन होते हैं इसलिए यह फायरफॉक्स पर ज्यादा अच्छी तरह काम करता है। इस तरह से इंटरनेट एक्सेस करने में जो चीज सबसे ज्यादा परेशान करेगी वो है स्पीड। यह ट्रेफिक कई माध्यमों से होकर गुजरता है जो इंटरनेट को स्लो कर देता है। इसमें इंटरनेट की स्पीड धीरे हो सकती है। अगर दूसरा कोई विकल्प नहीं है तो आप यह तरीका अपना सकते हैं।

पोर्टेबल एप्स: यह भी एक अच्छा तरीका है फ्री नेट एक्सेस करने का। इसमें आप बिना एडमिन की अनुमति के सॉफ्टवेर इन्स्टाल कर सकते हैं। यह तरीका लॉक्ड कम्प्युटर पर भी कारगर है। आप इन पोर्टेबल एप्स को नेट के जरिये इस्तेमाल करते हुये इन्हें यूएसबी या मेमोरी कार्ड से भी एक्सेस कर सकते हैं। इंटरनेट और एंडरोइड पर ऐसी हजारों एप्स उपलब्ध हैं।

प्रॉक्सी वैबसाइट और वी पी एन की तुलना: ये दोनों समान रूप से कार्य करते हुये आपको इंटरनेट और ब्लोक्ड साइट्स एक्सेस करने में मददगार हैं। ये इन दोनों का काम करने का तरीका अलग है। जो लोग पहली बार इनका इस्तेमाल करते हैं उनका डेटा इंक्रीप्ट नहीं हो पाता है जिससे आपका सर्विस प्रोवाइडर या ऑफिस एडमिन पता कर सकता है कि आप क्या कर रहे हैं। प्रॉक्सी वैबसाइट के साथ दूसरी परेशानी है कि इनमें विज्ञापन के पॉप अप ज्यादा आते हैं। वैबसाइट्स को भी ऐसी प्रॉक्सीज का पहले से पता होता है। ऐसे में आपको बार-बार प्रॉक्सी बदलनी पड़ेगी जो कि परेशानीभरा होता है।

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