सप्ताह में संभाग के दो जिलों का दौरा करें संभागीय अधिकारी
सप्ताह में संभाग के दो जिलों का दौरा करें संभागीय अधिकारी
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उज्जैन | संभागीय अधिकारियों के कार्य में चुस्ती लाने, उन पर सतत निगरानी रखने तथा शासकीय योजनाओं का मैदानी स्तर तक समुचित क्रियान्वयन सुनिश्चित किये जाने के उद्देश्य से संभागायुक्त श्री एमबी ओझा ने प्रति सप्ताह सोमवार को संभागीय अधिकारियों की समय-सीमा बैठक (टीएल मीटिंग) लेने की नई परम्परा शुरू की है। पहली संभागीय मीटिंग सोमवार को संभागायुक्त कक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में अपर आयुक्त डॉ.अशोक कुमार भार्गव, उपायुक्त श्री पवन जैन, संयुक्त आयुक्त श्री प्रतीक सोनवलकर तथा अन्य संभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि संभागीय अधिकारी प्रत्येक सप्ताह संभाग के दो जिलों का दौरा अनिवार्य रूप से करें। दौरे के दौरान उन जिलों में विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति मैदानी स्तर पर देखें। विभिन्न शासकीय योजनाओं में पात्र हितग्राहियों के प्रकरण बनवायें तथा जन-समस्याओं का त्वरित निराकरण करें। संभागीय अधिकारी अपने दौरे के दौरान उस जिले के कलेक्टर से अनिवार्य रूप से भेंट करें तथा विभागीय कार्यों एवं योजनाओं के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में इनका मार्गदर्शन भी प्राप्त करें।

संभागीय अधिकारी उन जिलों का दौरा पहले करें, जहां शासकीय योजनाओं की लक्ष्यपूर्ति में परेशानी आ रही है। वे वहां पहुंचकर लक्ष्यपूर्ति में वहां के जिला अधिकारियों का सहयोग करें। संभागीय अधिकारी जिलों के भ्रमण की विस्तृत रिपोर्ट बनाकर उसे आगामी संभागीय टीएल में संभागायुक्त के समक्ष प्रस्तुत करें। जिन अधिकारियों का कार्य अच्छा पाया जायेगा, उन्हें संभागायुक्त द्वारा पुरस्कृत तथा कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को दण्डित किया जायेगा।

प्रथम बैठक में संभागायुक्त ने सभी विभागीय अधिकारियों से योजनाओं के संचालन, स्टॉफ की नियुक्ति एवं समस्याओं की जानकारी प्राप्त की। बैठक में ग्राम उदय से भारत उदय की चर्चा भी की गई तथा निर्देश दिए गए कि अभियान के दौरान चिन्हित की गई व्यक्तिगत मांगों के मामले में तुरन्त एक्शन लिया जाए। बैठक में जानकारी दी गई कि उज्जैन संभाग में 146 बीज समितियाँ कार्यशील हैं। खरीफ फसल में सोयाबीन का 4 लाख 46 हजार क्विंटल बीज उपलब्ध है। संभाग में सोयाबीन के बीज की कोई कमी नहीं है। नगरीय प्रशासन विभाग के संयुक्त संचालक ने जानकारी दी कि संभाग में ऐसा कोई नगरीय निकाय नहीं है जहाँ पर पांच दिन छोड़कर पानी दिया जा रहा है। तीन ऐसे नगरीय निकाय है जहाँ पर तीन दिन छोड़कर पेयजल प्रदाय किया जा रहा है।

धूप में जाते समय सूती कपड़े पहनें, सिर और कान को ढंककर रखें

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