लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र में जब राज्यपाल अभिभाषण दे रहे थे तो विपक्ष ने शोर मचा दिया। जमकर हुए हंगामे के बाद 7 फरवरी के लिए विधानसभा का सत्र स्थगित कर दिया गया है। अब विधानसभा की कार्रवाई 8 फरवरी को आयोजित की जाएगी। मिली जानकारी के अनुसार विपक्ष द्वारा राज्यपाल के भाषण का विरोध किया गया। राज्यपाल ने इसे झूठ का पुलिंदा बताया। उत्तरप्रदेश विधान भवन में राष्ट्रपति की गाईड लाईन का असर नहीं दिखा।
विपक्ष द्वारा राज्यपाल राम नाईक के अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा बताया। उन्होंने अभिभाषण के विरोध में नारेबाजी भी की। बहुजन समाज पार्टी के नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी और स्वामी प्रसाद ने विरोधियों की कमान संभाली। इस दौरान विपक्ष ने सरकार के कामों से असंतुष्टि जताई उन्होंने कहा कि सरकार के कार्यकाल के दौरान हत्या, लूट और डकैती के मामले बढ़े हैं।
सरकार कानून व्यवस्था को रोकने में असमर्थ है। इस दौरान गवर्नर वापस जाओ के नारे लगाए गए। सभी के बीच गवर्नर द्वारा अभिभाषण प्रारंभ किया गया। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विधान भवन पहुंचे उनके आते ही विपक्ष के नेता उनसे मिले। उत्तरप्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र में विधान परिषद की सूरत नहीं सीरत बदल गई। सभापति गणेश शंकर पांडेय का कार्यकाल समाप्त होने के बाद कार्रकारी सभापति के तौर पर उच्च सदन के संचालन की जवाबदारी विधान परिषद के वरिष्ठतम सदस्य ओम प्रकाश शर्मा द्वारा संभाली जाएगी।