जोशीमठ: उत्तराखंड के जोशीमठ के रेणी में ऋषिगंगा परियोजना में ग्लेशियर टूटने से खतरनाक तबाही की जानकारी मिली है।ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट के 50-60 मजदूर इस सैलाब में बह गये हैं ऐसी आशंका जताई जा रही है। प्रशासन अवसर पर पहुंच गया है, राहत तथा बचाव का कार्य जारी है। चमोली शहर के तपोवन इलाके में रेणी गांव में एक बिजली प्रोजेक्ट के पास अचानक हिमस्खलन के पश्चात् धौलीगंगा नदी में जल स्तर बढ़ गया है।
#WATCH | Water level in Dhauliganga river rises suddenly following avalanche near a power project at Raini village in Tapovan area of Chamoli district. #Uttarakhand pic.twitter.com/syiokujhns
— ANI (@ANI) February 7, 2021
वही चमोली के कलेक्टर ने अफसरों को धौलीगंगा नदी के किनारे बसे गांवों में रहने वाले व्यक्तियों को बाहर निकालने का निर्देश दिया है। कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। उत्तराखंड के मुख़्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, चमोली शहर से एक आपदा की तहरीर प्राप्त हुई है। जिला प्रशासन, पुलिस तथा आपदा प्रबंधन विभागों को स्थिति से निजात पाने के लिए निर्देशित किया गया है। किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। सरकार सभी जरुरी कदम उठा रही है।
आईटीबीपी ने भी बयान जारी करते हुए बताया, रेणी गांव के समीप धौलीगंगा में सर्वाधिक बाढ़ देखी गई, जहां बादल फटने अथवा जलाशय के टूटने की वजह से कुछ जलस्रोतों में बाढ़ आ गई तथा कई नदी किनारे के घर नष्ट हो गए। हताहतों के आँकड़े बढ़ने की संभावना है। बचाव के लिए सैकड़ों आईटीबीपी के जवान पहुंच गए हैं। साथ ही जाँच लगातार की जा रही है।
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