उज्जैन : ऐसा नहीं है कि सिंहस्थ की तैयारियां केवल अधिकारियों द्वारा ही की जा रही हो। नागरिक भी सिंहस्थ में आने वाले मेहमानों की खातिरदारी करने के लिए न केवल तैयारियां कर रहे है बल्कि मेहमानोें को ठहराने के लिए भी लोग अपने घरों में नवनिर्माण में जुटे नजर आ सकते है। जो स्थान कभी वीरान से दिखाई देते थे, वहां लाॅजें बनने लगी है तो कहीं बिल्डिंग तानी जा रही है तो कहीं पुराने घरों में सुधार कार्य करने में भी क्षेत्र के नागरिक जुटे हुए है।
नागरिकों ने बताया कि सिंहस्थ हमारा भी है और घर आने वाले मेहमानों की व्यवस्था करना उनका कर्तव्य है। लिहाजा अतिरिक्त कमरों का निर्माण कराया जा रहा है, ताकि मेहमानों को ठहरने में किसी तरह से परेशानी का सामना न करना पडे।
सिंहस्थ में आने के लिए देने लगे निमंत्रण- नागरिकों की यदि माने तो सिंहस्थ के लिए उनके द्वारा तैयारियां तो की ही जा रही है, इसके साथ ही परिचितों रिश्तेदारों को सिंहस्थ में आने का निमंत्रण भी देने का सिलसिला प्रारंभ कर दिया गया हैं।