हिमाचल में कोरोना संक्रमितों को लेकर हुआ चौकाने वाला खुलासा
हिमाचल में कोरोना संक्रमितों को लेकर हुआ चौकाने वाला खुलासा
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शिमला: एकाएक बढ़ता जा रहा कोरोना का कहर अब थमने का नाम नहीं ले रहा है, हर दिन इस वायरस की चपेट में आने से हजारों जाने जा रही है. वहीं यह वायरस अब लोगों की मौत के कारण के साथ ही साथ उनके लिए एक बड़ी महामारी भी बन चुका है. इस वायरस के कारण आज हर किसी के दिल और दिमाग में दहशत बढ़ती ही जा रही है. इतना ही नहीं दुनियाभर में इस वायरस से मरने वालों की संख्या 1 लाख 60 हजार के पार हो चुकी है. वहीं हाल ही में हिमाचल में पहली बार जिला हमीरपुर के दोनों कोरोना संक्रमित मरीज रैंडम सैंपल परीक्षण में सामने आए हैं. दोनों का यात्रा इतिहास नहीं होने से संक्रमण कैसे फैला यह पहेली बन गया है. महिला बजूरी पंचायत में रह रहे एक ठेकेदार की पत्नी जबकि दूसरा संक्रमित नादौन के जोलसप्पड़ का एक निजी स्कूल का प्रिंसिपल है. दोनों संक्रमित मेडिकल कॉलेज में चेकअप कराने आए थे. 

मिली जानकारी के अनुसार इस बता का पता चला है कि बीते शुक्रवार देर रात दोनों को भोटा अस्पताल में भर्ती कर दिया. हमीरपुर जिले में पहली बार कोरोना संक्रमण के मामले आने पर यहां कर्फ्यू में ढील रद्द कर दी है, जिले की सीमाएं सील करने के अलावा स्वास्थ्य विभाग ने दोनों परिवारों के सदस्यों समेत सौ से अधिक के सैंपल लिए हैं. दोनों के परिजन घर पर क्वारंटीन कर दिए हैं. जंहा हैरानी की बात है कि दोनों कोरोना संक्रमित मरीज अपने परिवार के साथ घर पर रह रहे थे. ठेकेदार की पत्नी उत्तर प्रदेश के बरेली की रहने वाली हैं. वे पिछले 20 वर्षों से बजूरी में किराये के भवन में रहते हैं. उसी भवन में बाहरी राज्यों के करीब 8 से 9 परिवारों के 35 से अधिक लोग रहते हैं. महिला और उसका परिवार 26 फरवरी को बरेली में एक रिश्तेदार की शादी में गए थे और पांच मार्च को हमीरपुर लौटे. महिला के पति ने बताया कि उसकी पत्नी ने डेढ़ सप्ताह पहले कान में सरसों का तेल डाला था जो जम गया था और उसे सुनने में दिक्कत हो रही थी. इसके बाद हमीरपुर मेडिकल कॉलेज के ईएनटी विशेषज्ञ के पास गए, लेकिन वहां फ्लू ओपीडी में चेकअप करवाने को कहा.

वहीं यह भी कहा जा रहा है कि पत्नी को जुकाम और बुखार की कोई समस्या नहीं. अस्पताल में डॉक्टर ने सैंपल लेने को कहा. जोलसप्पड़ निवासी स्कूल संचालक ने बताया कि वह तीन महीने से घर पर है. बुखार होने पर गांव के क्लीनिक पर पहले 28 मार्च, फिर 3 अप्रैल को चेकअप करवाया, जिससे स्वास्थ्य में सुधार हो गया, लेकिन पत्नी ने उन्हें कोरोना का हवाला देते हुए मेडिकल कॉलेज जाने को कहा. यहां फ्लू ओपीडी में सैंपल लिए, जांच में दोनों सैंपल पॉजिटिव निकले. उपायुक्त हमीरपुर हरिकेश मीणा ने बताया कि दोनों मरीज रैंडम सैंपलिंग से सामने आए हैं. लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें.

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