इंस्ताबुल: तुर्की में सेना द्वारा तख्तापलट की कोशिश के बाद देश के हालात तेजी से बदलते दिख रहे है। खबरों के मुताबिक 1700 अधिकारियों को सेना से बर्खास्त कर दिया गया है। यह खबर सरकारी समाचारी एजेंसी अनादोलु के हवाले से दी गई है। अनादोलू के अनुसार, 45 अखबारों व 16 टीवी चैनलों को भी बंद कर दिया गया है।
इसके साथ ही कई मीडिया संस्थानों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। 15 जुलाई की रात आर्मी ने तुर्की में तख्तापलट की नामुमकिन कोशिश की थी। तुर्की लगता है कि इसके पीछे अमेरिका में रह रहे एक मुस्लिम मौलवी का हाथ है। तख्तापलट की इस कोशिश में 290 लोगों की जानें गई थी। 6000 लोगों को इस साजिश में शामिल होने के शक में हिरासत में भी लिया गया था।
तुर्की राष्ट्रपति रिचेप तैयप्प एर्दोगन ने देश में तीन माह के लिए इमरजेंसी लगा दी है। विरोध के दौरान एर्दोगन देश से बाहर थे। हांला कि बाद में उन्होने स्पष्ट किया कि बिना जनता की मर्जी के कुछ नहीं होगा। लोगों से भी उन्होने अपील की थी कि वो उनके सपोर्ट में सड़कों पर आए।