अप्रैल फुल डे : जब लोगों ने सच्ची घटनाओं को समझ लिया मजाक!
अप्रैल फुल डे : जब लोगों ने सच्ची घटनाओं को समझ लिया मजाक!
Share:

एक अप्रैल को फुल डे मनाने के पीछे की एक रोचक बात ये भी है कि कुछ सच्ची घटनाओं को लोगों ने अपनी-अपनी बौद्धिक क्षमता के आधार पर कुछ औऱ समझ लिया। लोग पहले से ही संभल कर सतर्क होकर रहते है, ऐसे में कोई यदि सच भी बोले तो लोग उसे फुल बनने के डर से मानते ही नहीं है।

इसी डर के चक्कर में लोग सच्ची बातों को भी मजाक समझ लेते है। वर्ष 1 अप्रैल 2004 में गूगल ने जीमेल को लांच किया था। 1 जीबी प्रति यूजर के स्टोरेज कैपिसिटी का कांसेप्ट बिल्कुल नया था, इसलिए लोगों ने इस पर शुरुआत में विश्वास ही नहीं किया। गूगल की एक और घटना जिसे लोगों ने प्रैंक मान लिया।

1 अप्रैल को कंपनी ने घोषणा की कि उसके न्यूयॉर्क ऑफस में अजगर घूम रहा है। लोगों ने इसे मजाक समझ लिया, जब कि यह सच था। 31 मार्च 1946 को अमेरिकी अधिकारियों ने हवाई और एलुइतन को देखते हुए सुनामी की चेतावनी दी, लेकिन लोगों को लगा ये भद्दा मजाक है और किसी ने विश्वास नहीं किया।

1 अप्रैल को भूकंप और सुनामी ने हवाई औऱ अलाकासा में 165 लोगों की जान चली गई। इसलिए हवाई में इसे अप्रैल फुल डे सुनामी के नाम से जाना जाता है। ग्रीस में तो हद ही हो गई, जब 1 अप्रैल 1947 को ग्रीस के किंग जॉर्ज 11 की मौत की खबर आी, तो लोगों को लगा कि यह मजाक है।

किंगडम हार्ट्स और फाइनल फैंटेसी जैसे गेम बनाने वाली कंपनी स्‍क्‍वेयर और टॉम्‍ब रेडर और राइवन जैसे वर्जन्‍स देने वाली कंपनी एनिक्‍स का विलय 1 अप्रैल 2003 में ही हुआ था। चूंकि ये दोनों प्रतिद्धंद्धी कंपनियां थी, तो इस बात पर किसी ने यकीन ही नहीं किया।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
Most Popular
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -