नेपाल में भारी हिंसा के बीच रौटाहाट जिले में मधेसी प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री एवं वरिष्ठ सीपीएन-यूएमएल नेता माधव कुमार के घर में घुसकर काफी उपद्रव किया तथा तोड़फोड़ के साथ काफी सामान को नुकसान पहुॅंचाया। प्रदर्शनकारी हिंसक हथियारों से लेस थे, उन्होनें एम्बुलेंस और भारत से आयात कि गई 20 लाख रूपये की कीमत की दवाओं से लदे पड़े एक ट्रक को भी आग के हवाले कर दिया, और कई वाहनो को भी नुकसान पहॅुंचाया।
प्रदर्शनकारी नये संविधान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। गौर नगरपालिका में यूनाईटेड मधेसी फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने नये संविधान का भारी विरोध किया और पूर्व पीएम के निवास की और रूख करते हुए जबरदस्त रैली निकाली और उनके निवास को भी भारी तोड़फोड़ के साथ उनकी निजी संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुॅंचाया। सीपीएन यूएमएल इस प्रदर्शन के खिलाफ थे और उन्होंने एक बयान जारी करते हुए इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की उन्होंने कहा हिंसा किसी भी समस्या का हल नहीं है। उन्होंने मधेसी कार्यकर्ताओं से बातचीत के जरिए मुद्दे को हल करने की अपील की ।
स्थानीय सुत्रों के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने भारी प्रदर्शन के साथ रक्सौल के समीप भारत नेपाल सीमा पर दवाओं से भरे एक ट्रक को आग के हवाले कर दिया घटना परसो रात बीरगंज नगरपालिका की है जब दवाईयों से लदा एक ट्रक जनकपुर की तरफ जा रहा था प्रदर्शनकारी भारी हिंसक हथियारो से लेस थे। जब से नेपाल का संविधान बना है तभी से तराई क्षेत्र में रहने वाले भारतीय मूल के मधेसी नये संविधान का भारी विरोध कर रहे है । प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी तक 40 से अधिक लोग प्रदर्शन के चलते मौत का शिकार हो चुके है और लाखों रूपए की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। प्रर्दशन के कारण प्रमुख सीमावर्ती व्यापारिक मार्गो से भारत से नेपाल आयात किए जाने वाले सामानो की आपूर्ति भी बूरी तरह से प्रभावित हुई है।