मोबाइल फ़ोन चलाना आपके लिए हानिकारक होता है, लेकिन फिर भी सभी का इसका इस्तेमाल करते हैं. खासकर रात के समय इसका इस्तेमाल आपके लिए बहुत ही घातक हो सकता है. स्टडीज में यह बात साबित हो चुकी है कि बिस्तर में जाने के बाद सोने से पहले स्मार्टफोन यूज करने के कितने सारे साइड*इफेक्ट्स हैं. लोग सोने से पहले सोशल मीडिया चेक करते हुए और फोन पर गेम खेलते हुए रात बिता देते हैं. ऐसे में अगले दिन सुबह जब आप उठें और ऐसा लगे कि आपकी नींद पूरी नहीं हुई है जिससे आपको कई परेशानी होती है. पेरेंट्स बच्चों को कैसे रोकें इसी के बारे में बताने जा रहे हैं हम.
बच्चे के स्क्रीन टाइम को करें कंट्रोल
यही बात बच्चे और टीनएजर्स के साथ भी होती है. अगर आपका बच्चा दिन भर चिड़चिड़ा और परेशान रहता है तो आपको बच्चे के स्क्रीन टाइम को गंभीरता से कंट्रोल करने की जरूरत है. पीडियाट्रिक्स नाम के जरनल में प्रकाशित एक हालिया रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि अगर बच्चे सोने से ठीक पहले स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं तो उनकी नींद पूरी नहीं होती और दिनभर वे थकान और सुस्ती का अनुभव करते हैं.
पैरंट्स को क्या करना चाहिए
* बच्चों को घंटों स्मार्टफोन पर गेम्स खेलने और विडियो देखने से रोकें.
* बेहतर स्वास्थ्य के लिए बच्चों को घर के अंदर या बाहर खेलने के लिए प्रोत्साहित करें.
* आप चाहें तो बच्चे को रीडिंग औऱ पेंटिंग करने के लिए भी प्रोत्साहित कर सकते हैं.
* सोने से पहले बच्चों के हाथ से स्मार्टफोन पूरी तरह से वापस ले लें.
* बच्चे जिस कमरे में सोते हैं वहां पर स्मार्टफोन बिलकुल न रखें.
* बच्चे के सोने से कम से कम 2 घंटे पहले उसे स्मार्टफोन या दूसरे गैजट्स यूज करने से रोक दें.
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