यह रत्न राहु केतु के प्रभाव को करता है कम, आर्थिक स्थिति में होता है सुधार
यह रत्न राहु केतु के प्रभाव को करता है कम, आर्थिक स्थिति में होता है सुधार
Share:

ज्योतिष में रत्नों का महत्वपूर्ण महत्व है क्योंकि प्रत्येक ग्रह एक विशिष्ट रत्न से जुड़ा होता है जो किसी व्यक्ति के जीवन पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। ऐसा ही एक रत्न है सुलेमानी हकीक, जिसे अंग्रेजी में अकीक या 'एगेट' भी कहा जाता है। इस रत्न को कई ग्रहों का उपरत्न माना जाता है और यह राहु, केतु और शनि के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने में सहायता कर सकता है। साथ ही इसका उपयोग तंत्र-मंत्र जैसी क्रियाओं में भी किया जाता है। रत्न शास्त्र के अनुसार इस रत्न को धारण करने से जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। हकीक रत्न पहनने के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त करें।

हकीक रत्न के रंग-

आपको बता दें कि हकीक कई तरह के रंगों में पाई जाती है, जैसे काला, दूधिया सफेद, ग्रे, नीला, हरा, गुलाबी, भूरा और भी बहुत रंगो में पाया जरा है। 

हकीक रत्न के फायदे-

  • यदि आप निरंतर व्यापार वृद्धि की इच्छा रखते हैं, तो सुनिश्चित करें कि शुक्रवार को आपके कार्यालय में 2 हकीक पत्थर मौजूद हों। वैकल्पिक रूप से, उन्हें बुधवार को कार्यालय की तिजोरी में रखा जा सकता है।
  • हकीक रत्न घर-परिवार में कलह को दूर करने में भी मदद कर सकता है। झगड़ों को कम करने के लिए शनिवार के दिन एक हकीक प्राप्त कर सकते हैं और इसे पूरे परिवार के ऊपर दक्षिण दिशा की ओर रखकर लटका सकते हैं। यह अभ्यास घर में सुख और शांति बनाए रखने में मदद करेगा।
  • आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए पूजा स्थान में दो असली रत्न रखने की सलाह दी जाती है। ऐसा करने से कुछ ही समय में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा।
  • इस रत्न को धारण करने से तनाव कम होता है।
  • किसी के जीवन में राहु, केतु और शनि के प्रभाव को कम करने के लिए प्राकृतिक पत्थर हकीक पहनना फायदेमंद हो सकता है।
  • हकीक की माला से हनुमान जी के मंत्र का जाप करने से लाभ मिलता है।
  • यदि कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार की बाधा को दूर करना चाहता है, तो वह प्राकृतिक रत्नों हकीक से बनी माला से अपना श्रृंगार कर सकता है।

हकीक पहनने के नुकसान-

  • इसके किसी भी संभावित नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए इस रत्न को पहनने से पहले किसी ज्योतिषी से परामर्श करना आवश्यक है।
  • रत्न शास्त्र के आधार पर काला रंग राहु का, नीला रंग शनि का, पीला रंग गुरु का और सफेद रंग चंद्रमा और शुक्र दोनों का प्रतिनिधित्व करता है। अत: सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए कुंडली प्रस्तुत करने तथा इन ग्रहों की स्थिति पर विचार करने के बाद किसी ज्योतिषी से परामर्श करना आवश्यक है।
  • हकीक पहनते समय रत्ती का ध्यान अवश्य रखें क्योंकि इससे जातक के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है।​ 

आज सोमवती अमावस्या पर अपनाएं ये 6 उपाय, दूर होगा पितृ दोष

पिता-पुत्र के बीच में होती है अनबन करे यह उपाय सुधरेंगे रिश्ते

गुलाब के फूल से महक जायेगा आपका भाग्य, द्वार पर आएगी सुख-समृद्धि

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -