पीएम के चतुर मन की बातें
पीएम के चतुर मन की बातें
Share:

आज (28 जून) प्रधानमंत्री ने एक बार फिर आकाशवाणी के जरिये जनता से अपने मन की बातें की । वे महीने में एक बार लगातार इस तरह अपने मन की बातें कर रहे हैं । इसके पहले विश्वभर में आजतक, शायद ही कभी किसी राष्ट्राध्यक्ष ने इस तरह नियमित रूप से आम लोगों से जुड़े रहने का उपक्रम किया है। इतिहास में कभी किसी देश में, कोई अन्य ने ऐसा कुछ किया भी होगा तो उसने भी यह ऐसे अनूठे, चतुराई भरे ढंग से नहीं किया होगा ।

हम उनके इस कार्यक्रम की विशेषताओं पर गौर करें, तो उनमें कई बहुत ही अनपेक्षित बातें पाएंगे । जैसे, भारत की सबसे बड़ी पॉलिटिकल पार्टी के सबसे बड़े लीडर होकर भी और रेडियो – टीवी दोनों से एक साथ पूरे देश को संबोधित करने का मौका मिलने पर भी वे इस जबर्दस्त मौके पर कोई राजनैतिक बातें नहीं कर रहे हैं । आज जबकि ललित मोदी की मदद का विवाद राजनीति का सबसे गर्म मुद्दा बना हुआ है; तब भी वे इस बारे में एक शब्द भी नहीं बोले ।

वे अपनी कुछ योजनाओं व नारों का उल्लेख जरूर करते हैं; परंतु, वह भी लोगों के मन के सामयिक मुद्दों से जोड़कर ही । चूंकि पूरे भाषण के अधिकांश समय वे दूसरे ही प्रकार के लोगों से जुड़े हुए विषयों पर बात करते हैं; इसलिए जब वे बीच-बीच में अपनी सरकार को प्रोजेक्ट करने वाली बात करते भी हैं, तो वह पॉलिटिकल नहीं लगती । सकारात्मकता फैलाने और उत्साह-वर्धन करने वाली बात लगती हैं ।

दूसरी बात, उनके भाषण का लहेजा एवं शैली ऐसी होती है कि वह किसी राजनेता का भाषण ही नहीं लगता; बल्कि एक परिवार के किसी प्रौढ़ व्यक्ति द्वारा अन्य सदस्यों के साथ की जा रही सबक-भरी बातों जैसा लगता है । वे सामयिक विषयों जैसे बच्चों की परीक्षा, खिलाड़ियों की सफलता, मानसून, ताजा खबरों की बात करते हुए; देश को विश्व-स्तर पर मिल रही सफलताओं का या अपनी सरकार की उपलब्धि का भी चतुराई से उल्लेख करते हैं, तब भी उसमें बात का स्वाभाविक प्रवाह और तारतम्य रहता है ।

बात करने में वे थोड़े से में कई विषयों को छू लेते हैं और उनकी बातें लोगों के मनों को छू लेती है । ऐसे ही मूड के साथ वे लोगों को कोई अच्छा सा अपनाने योग्य विचार भी दे देते हैं । जैसे आज उन्होने 'सेल्फ़ी वीद डाटर' का विचार दिया और राखी पर बहनों को नई आम बीमा योजना की पॉलिसी भेंट करने का विचार दिया । योग दिवस की शानदार सफलता की चर्चा की और साथ में हमें अपनी संस्कृति की श्रेष्ठ बातों पर गर्व करने की भी सीख दे दी । उन्होने हमारी मजबूत परिवार व्यवस्था में निहित मूल्यों और प्रवृत्तियों को अद्वितीय और विश्व के लिए अद्भुत व अनुकरणीय बताया ।

कुल मिलाकर उनके मन की बातों के हर क्षण में व हर शब्द में उनकी चतुराई और दूरदर्शिता का अनुभव होता है। इसके साथ ही वे टीम इंडिया के असली 'केप्टन कूल' भी मालूम होते हैं, जो तात्कालिक घटना-दुर्घटनाओं पर अपनी भावना व प्रतिक्रीया तो देता है; लेकिन साथ ही विचारों व मूड में सकारात्मकता व आशावाद बनाये रखता है । कुल मिलाकर मोदिजी की चतुराई से भरी मन की बातें लोगों का दिल जीतने, उनमें विश्वास, आशा और उत्साह जगाने में कामयाब होती दिखाई दे रही है । उनके घोर विरोधियों को भी अब इस बात का अहसास होने लगा है और मोदी सरकार की खामियाँ ढूँढने के लिए अब उन्हें नए ढंग से और अधिक विचार-मंथन वाली मेहनत करना होगी ।                 

हरिप्रकाश 'विसन्त'

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -