शिवपुरी: मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में एक के बाद एक बड़ी कार्रवाई हुई है और अब इसके बाद शिवपुरी में प्रभारी कार्यपालन यंत्री को हटाया जा चुका है। जी दरसल हाल ही में मिली जानकारी के तहत मनीखेड़ा डेम के प्रभारी कार्यपालन यंत्री एसके अग्रवाल को हटाया जा चुका है। आप सभी को बता दें कि यह कार्रवाई मौसम विभाग की चेतावनी देने के बाद भी देरी से डेम खोलने की शिकायत पर की गई है। जी दरअसल इससे पहले ग्वालियर चंबल संभाग में आई बाढ़ में लापरवाही बरतने के चलते श्योपुर कलेक्टर-एसपी समेत कई अधिकारियों का तबादला किया जा चुका है।
बात करें शिवपुरी जिले की तो यहाँ के मड़ीखेड़ा डैम के प्रभारी कार्यपालन यंत्री एसके अग्रवाल को बीते कल यानी सोमवार को जल संसाधन विभाग द्वारा हटा दिया गया है। अब उनकी जगह राजघाट नहर परियोजना के सहायक यंत्री मनोहर वोराटी को प्रभारी कार्यपालन यंत्री मड़ीखेड़ा डेम की जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है। बताया जा रहा है यह कार्रवाई मड़ीखेड़ा डेम के गेट देरी से खोलने की शिकायत पर की गई है। जी दरअसल मौसम विभाग ने पहले ही भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी लेकिन मड़ीखेड़ा डेम के गेट नहीं खोले गए बल्कि देरी कर दी गई और इसी के चलते मड़ीखेड़ा डैम के प्रभारी कार्यपालन यंत्री एसके अग्रवाल को हटा दिया गया।
उनकी इस लापरवाही के चलते अचानक ही डेम के 10 गेट खुल गए और इससे सिंध समेत कई नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे हालात बाढ़ से बन गए। उस दौरान अगर समय रहते इसे गंभीरता से लिया गया होता तो शायद ऐसे हालात ना बनते। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी बयान दिया है। उन्होंने मडिखेडा डैम के गेट अचानक खोले जाने को बाढ का कारण बताया।
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