हिंसा का असर मासूमों की शिक्षा पर
हिंसा का असर मासूमों की शिक्षा पर
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राजोरी: पाकिस्तानी गोलीबारी और हिंसा की लगातार घटनाओ के चलते सीमावर्ती इलाको के स्कूल पिछले दो महीने से भी ज्यादा अवधि से बंद थे जिन्हे बीएसएफ ने फिर से शुरू करवाया. बीएसएफ के डीआईजी ने बच्चो के लिए निःशुल्क कंप्यूटर शिक्षा के लिए कोर्स शुरू करवाया. बीएसएफ के अधिकारियो ने इन बच्चो को इनके हक़ की शिक्षा देने का वादा किया और शांति बहाली पर ख़ुशी व्यक्त की. इन दो महीनों में बच्चों की पढ़ाई का भी काफी नुकसान हुआ है.

स्कूल के शिक्षकों ने कहा कि वे कोशिश करेंगे कि बच्चों के दो महीने के स्लेबस को कवर करवा सकें लेकिन बार-बार इस तरह से पढ़ाई का बंद होना बच्चों के लिए नुकसानदायक है. बीएसएफ ने बच्चों से स्कूल की कमियों को पूरा करने का वादा किया और कहा कि मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स से जो पैसा मिलता है, उससे स्कुलो में जो कमियां होती हैं उसे पूरा करने का प्रयास किया जाता है और कोशिश की जाएगी कि, इस स्कूल में भी कमियों को पूरा किया जाए ताकि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके. बता दें कि खोडी नाड राजदानी सरकारी हाई स्कुल दो महीने बाद खुला है.

पाकिस्तान की और से होने वाली लगातार वारदातों के चलते सीमावर्ती इलाको में आए दिन इस तरह का माहौल बन जाता है. इसी के चलते बच्चो को पढ़ाई में दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है.

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