पति-पत्नी के रिश्तों पर बेडरूम का भी काफी प्रभाव होता है। यदि आपके घर में पति-पत्नी के बीच आये दिन झगड़े होते हैं, तो आपस में प्रेम के रिश्ते को बढ़ाने के साथ-साथ अपने बेडरूम के वास्तु पर जरूर ध्यान दीजिये, कहीं ऐसा तो नहीं आपके बेडरूम का वास्तु सही न हो। जी हां आप मानें या नहीं, वास्तु के मुताबिक बेडरूम की साज सज्जा ही पति-पत्नी के बीच के रिश्तों की मुधरता तय करती है। चलिये बात अगर बेडरूम की आ ही गई है, तो उसकी साज सज्जा पर भी गौर कर ही लेते हैं। यहां हम आपको 10 टिप्स देंगे वास्तु के नियमों के मुताबिक बेडरूम को कैसे सजाएं। हम जब किसी अपार्टमेंट में फ्लैट खरीदते हैं, तो चाह कर भी वास्तु के सारे नियमों के मुताबिक नहीं चल पाते। क्योंकि बिल्डर अपने मुताबिक बिल्डिंग बनाते हैं, आपके नहीं। तो ऐसे में अगर आप उसी बने हुए रूम को अपने तरीके से सजाएं वो भी वास्तु के मुताबिक, तो आपके जीवन में खुशियां हमेशा बनी रहेंगी। यदि आपका बेडरूम अच्छा है, तो घर में मानसिक शांति बनी रहेगी । प्रस्तुत हैं टिप्स वास्तु की
बेडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए और इसी कोने में बेड भी रखना चाहिये। यदि आपने अपना बेड कमरे के दक्षिण-पूर्व दिशा में रखा तो आपको ठीक से नींद नहीं आयेगी, आप तनाव से घिरे रहेंगे, आपको गुस्सा जल्दी आयेगा और बेचैनी सी बनी रहेगी।
बेडरूम की बाहरी दीवारों पर टूट-फूट या दरार नहीं होनी चाहिये। इससे घर में परेशानियां आती हैं।
यह वो रूम होता है, जहां आप दिन भर के सात से 10 घंटे तक बिताते हैं, यानी इसके वास्तु का सीधा प्रभाव आपके जीवन पर पड़ता है।
मकान के मालिक अगर उत्तर-पश्चिम दिशा में स्थित बेडरूम में सेते हैं, तो अस्थिरता बनी रहती है, लिहाजा इस दिशा में घर के मालिक का बेडरूम नहीं होना चाहिए। घर के अन्य सदस्यों का बेडरूम यहां हो सकता है। इसी बेडरूम को मास्टर बेडरूम कहा जाता है।
बेड का सिरहाना दक्षिण की ओर होना चाहिये। इससे बेचैनी नहीं रहती है और रात में अच्छी नींद आती है उसका स्वास्थ्य उत्तम रहता है। उत्तर की तरफ सिर करके सोने से खराब सपने आते हैं और नींद अच्छी नहीं आती और स्वास्थ्य खराब रहता है। वहीं पूर्व की ओर सिर करने से ज्ञान बढ़ता है, जबकि पश्चिम की ओर सिर करके सोने से स्वास्थ्य खराब रहता है।