दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद की राम राज्य रथ यात्रा के तमिलनाडु पहुंचने से पहले ही काफी विरोध शुरू हो चुका है.DMK नेता एमके स्टालिन और चार स्वतंत्र विधायकों ने भी सीएम पलानीसामी से सांप्रदायिक तनाव होने की चिंता जाहिर करते हुए इस यात्रा को रोकने की अपील की है.
इस रथ यात्रा का विरोध कर रहे नेताओं का कहना है कि इससे सांप्रदायिक सौहार्द और राज्य की शांति खतरे में पड़ जाएगी. विश्व हिंदू परिषद की 41 दिनों की राम राज्य रथ यात्रा का समापन रामेश्वरम में होना है. इस रथ यात्रा का आरंभ 13 फरवरी को उत्तर प्रदेश से हुआ था.
इस रथ यात्रा के बारे में चारों विधायकों ने कहा कि वे वीएचपी की रथ यात्रा रोकने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे. हालात को देखते हुए तिरुनेलवेली शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है, जो 23 मार्च तक जारी रहेगी. वीएचपी की रथ यात्रा को बाधा पहुंचाने की धमकी के बाद पुलिस ने दो नेताओं को हिरासत में ले लिया है. पुलिस उन सभी नेताओं की भी तलाश कर रही है, जिन्होंने रथ यात्रा रोकने की घोषणा की थी. विधानसभा में विधायक अबु बकर ने कहा, 'वे राम राज्य की स्थापना करना चाहते हैंडीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने भी इस यात्रा को मंजूरी देने के लिए तमिलनाडु सरकार की आलोचना की है.
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